अमेरिकन यूनिवर्सिटी ऑफ बेरूत मेडिकल सेंटर (एयूबीएमसी) ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और अन्य संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों से ईंधन के साथ सुविधा की आपूर्ति करने का आग्रह किया है। साथ ही ये चेतावनी दी है कि अगर वह ऐसा करने में विफल रहता है तो आने वाले हफ्तों में इसके कारण सैकड़ों मरीज मर जाएंगे।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने शनिवार को एक बयान में एयूबीएमसी के हवाले से कहा कि चालीस वयस्क रोगियों और श्वासयंत्र पर रहने वाले 15 बच्चों की तुरंत मृत्यु हो जाएगी। गुर्दे की विफलता से पीड़ित 180 अन्य कुछ दिनों के बाद डायलिसिस के बिना मर जाएंगे।
बयान में कहा गया है कि कैंसर के सैकड़ों मरीज बाद के हफ्तों में और बहुत कम महीनों में उचित इलाज न हो पाने के कारण मर जाएंगे।
अस्पताल ने यह भी कहा कि ईंधन की कमी इसे सोमवार से बंद करने के लिए मजबूर करेगी।
देश के ईंधन के आयात को सुरक्षित करने के लिए आवश्यक विदेशी भंडार में कमी के बीच लेबनान एक अभूतपूर्व वित्तीय संकट का सामना कर रहा है।
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Source : IANS