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विश्वभर में छंटनी का दौर, बड़ी टेक कंपनियों से लेकर स्टार्टअप में छाई मंदी

विश्वभर की अर्थव्यवस्थाओं में मंदी का दौर जारी है. अमेरिका से लेकर चीन तक कंपनियों में छंटनी का सिलसिला आरंभ हो चुका है. शुरुआत में फेसबुक और  ट्विटर और अमेजन जैसी कंपनियों अपनी वर्क फोर्स में कटौती की.

Updated on: 20 Jan 2023, 11:51 PM

नई दिल्ली:

विश्वभर की अर्थव्यवस्थाओं में मंदी का दौर जारी है. अमेरिका से लेकर चीन तक कंपनियों में छंटनी का सिलसिला आरंभ हो चुका है. शुरुआत में फेसबुक और  ट्विटर और अमेजन जैसी कंपनियों ने अपनी वर्क फोर्स में कटौती की. वहीं अब स्विगी जैसी स्टार्टअप कंपनियों में कर्मचारी छंटनी की मार झेलने वाले हैं. यहां पर सैकड़ों कर्मचारियों पर नौकरी की तलवार लटकी हुई है. टेक कंपनियों में दिग्गज कंपनी माइक्रोसाफ्ट का नाम भी जुड़ गया है. इस कंपनी के दस हजार कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. आइए विस्तार से जानते हैं कुछ बड़ी कंपनियों के बारे में जिनमें छंटनी की तलवार लटकी है...

माइक्रोसॉफ्ट ने वैश्विक स्तर पर दस हजार कर्मियों को हटाने का निर्णय लिया है. ये आंकड़ा कंपनी की कुल वर्क फोर्स का करीब पांच फीसदी है. कंपनी के सीईओ भारतवंशी सत्या नाडेला ने कर्मचारियों को भेजे गए नोट में कहा है कि यह छंटनी मार्च के अंत तक होगी. माइक्रोसॉफ्ट में करीब दो लाख से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं. 

ई-कॉमर्स कंपनी Amazon ने वर्ष 2023 के आरंभ में अपने कर्मियों को बुरी खबर दी. यहां पर हजारों कर्मियों की निकालने का ऐलान कर दिया है. इस सूचि में लोगों को नौकरी से निकालने का सिलसिला 18 जनवरी से आरंभ हो चुका है.  इस बीच निकाले गए कई कर्मियों ने सोशल मीडिया पर परेशानियों का सामने रखा. एक रिपोर्ट के अनुसार, ऑनलाइन रिटेलर Amazon ने वैश्विक स्तर पर 18 हजार से ज्यादा कर्मचारियों को निकालने की योजना बनाई है. 

Twitter ट्विटर की कमान एलन मस्क के हाथ आते ही उन्होंने छंटनी की तलवार चलाई. वरिष्ठ स्तर से जूनियर लेवल तक के अधिकारी और कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया गया. ट्विटर हेडक्वार्टर में मस्क की एंट्री होते ही एक झटके में कंपनी के करीब 50 फीसदी कर्मियों को निकाल दिया. 

Facebook (Meta) फेसबुक की पैरेंट कंपनी Meta ने भी बीते साल मंदी (Recession) का नाम लेकर कॉस्ट कटिंग के नाम पर छंटनी की ऐसी तलवार चलाई थी कि 11 हजार कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया. 18 साल  में ये पहली बार था जब कंपनी ने बड़े पैमाने कर्मियों को नौकरी से निकाल दिया था. इस कंपनी में करीब 87,000 कर्मचारी काम कर रहे थे. इसमें से लगभग 13 फीसदी कर्मियों की छंटनी हो गई.

कंपनी Alibaba मेंअमेरिका (US) से लेकर चीन (China) में छंटनी का दौर जारी है. बीते साल 2022 में चीन के बड़े नाम अलीबाबा (Alibaba) ने अपने 9,241 से अधिक कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया. इस छंटनी (Alibaba Layoff) के बाद अलीबाबा में टोटल कर्मचारियों की संख्या लगभग 2,45,700 तक रह गई.

छंटनी का दौर मात्र अमेरिका, चीन जैसे देशों में ही नहीं बल्कि भारत में भी इसका असर देखा जा रहा है. Edtech Companies में कर्मियों को निकाला जा रहा है. इस सेक्टर में सबसे बड़ा नाम Byju's  है, जिसने एक झटके में 1,100 से अधिक लोगों को नौकरी से निकाल दिया है. इस तरह से Unacademy, Vedantu, Lido, Frontrow जैसे स्टार्टप कंपनियां भी छंटनी की तलवार चला रही हैं.