logo-image

कोरोना की दहशत से मंगल ग्रह पर जाने वाले रॉकेट की लान्चिंग दो साल के लिए टली

पूरी दुनिया में इस समय कोरोना वायरस के चलते दहशत का माहौल है. अब तक कुल 171,027 मामले पूरी दुनिया में आ गए हैं. 85 हजार से ज्यादा मामलों में मरीज अस्पताल में हैं. चीन के बाद यह वायरस तेजी से यूरोपीय देशों में भी फैल रहा है.

Updated on: 16 Mar 2020, 06:45 PM

नई दिल्ली:

पूरी दुनिया में इस समय कोरोना वायरस (Corona Virus) के चलते दहशत का माहौल है. अब तक कुल 171,027 मामले पूरी दुनिया में आ गए हैं. 85 हजार से ज्यादा मामलों में मरीज अस्पताल में हैं. चीन के बाद यह वायरस तेजी से यूरोपीय देशों में भी फैल रहा है. कोरोना का संक्रमण यहां सबसे ज्यादा दिख रहा है. कोरोना वायरस की दहशत के कारण ही मंगल ग्रह पर जाने की योजना भी रोक दी गई है.

12 मार्च को यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (European Space Agency) ने घोषणा की है कि मंगल ग्रह के लिए चल रहा उनका मिशन अगले दो सालों के लिए टाल दिया गया है. लान्चिंग को टालने का कारण महामारी के चलते क्वारेंटाइन और लॉकडाउन बताया जा रहा है. इसके साथ ही कई तकनीकी दिक्कतें भी बताई गई हैं.

ESA के डायरेक्टर जनरल Jan Worner का कहना है कि हमें मिशन टालने का अफसोस है लेकिन अभी के हालात देख कर यही कदम मुनासिब समझा गया है. एक्सो मार्स नाम से ये मंगल मिशन ESA की महत्वाकांक्षी योजना थी. जिस पर वह रूस की एजेंसी Roscosmos State Corporation के साथ मिल कर काम कर रहे थे. इस मिशन के तहत एक रोवर को 7 महीने के लिए मंगल की सतह पर भेजा जाना था. ऐसा इस लिए ताकि मंगल ग्रह का अच्छी तरह से अध्ययन हो सके.

क्यों टली तारीख

दोनों ही स्पेस एजेंसियों ने इस योजना पर 300मिलियन यूरो का खर्च किया. लांच का वक्त भी तय लिया गया था. जुलाई 2020 लांचिग के लिए चुना गया था. हालांकि बीते कुछ दिनों से इस योजना में कुछ तकनीकी दिक्कतें भी आ रही थीं. सबसे प्रमुख कारण पैराशूट टेस्टिंग में बाधाएं आना था. मिशन से जुड़े वैज्ञानिकों के अनुसार इसमें कई महीनों का समय लग सकता है. इसके साथ ही वैज्ञानिकों ने खुद को क्वारंटाइन कर रखा है.