/newsnation/media/post_attachments/images/2024/07/05/keir-starmer-14.jpg)
Keir Starmer( Photo Credit : Social Media)
ब्रिटेन में लेबर पार्टी ने 14 साल बाद सत्ता में वापसी कर ली. प्रधानमंत्री के रूप में कीर स्टार्मर ने देशवासियों को संबोधित किया. उन्होंने अपने संबोधन में ब्रिटेन को मजबूत राष्ट्र के रूप में पेश करने पर जोर दिया. स्टार्मर ने कहा कि उनका काम बहुत जरूरी है, इसलिए वे अपना काम आज से शुरू कर रहे हैं. स्टार्मर ने कहा कि देश के प्रति समर्पण भाव रखने के बाद भी जब लोगों को सरकार द्वारा दी जाने वाली सेवाओं और सुविधाएं नहीं मिल पाती तो देशवासियों के दिल में अजीब सी स्थिति बन जाती है. देशवासियों की इच्छाओं और उनकी उम्मीदों को अब हम सभी साथ मिलकर पूरा करेंगे.
#WATCH | "...Have no doubt that work of change begins immediately, have no doubt that we will rebuild Britain...," says Keir Starmer as he delivers his first speech as UK Prime Minister outside 10, Downing Street.
(Source: Reuters) pic.twitter.com/WBiIiNP5Lu
— ANI (@ANI) July 5, 2024
नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री स्टार्मर ने कहा कि लोगों के जख्मों को शब्दों से नहीं भरा जा सकता. उनके घावों को एक्शन ने भरा जाएगा. स्टार्मर ने कहा कि हमें आज से काम शुरू करने की बहुत आवश्यकता है. ब्रिटिश सरकार हर एक देशवासी का सम्मान करती है. जनता की सेवा ही सरकार का मुख्य धर्म है. उन्होंने लोगों से वादा किया कि संसाधनों को दोबारा मजबूत किया जाएगा. स्टार्मर का कहना है कि आपने हमें बहुमत दिया है. हम जनादेश की मदद से ब्रिटेन में बदलाव लेकर आएंगे. देश में बदलाव लाना आसान काम नहीं है. तुरंत बदलाव नहीं लाया जा सकता. बदलाव लाने में समय लगेगा. बदलाव की शुरुआत छोटे-छोट कदमों से होगी.
लेबर की आंधी के आगे कई बड़े कंजर्वेटिव नेता हुए धराशाई
ब्रिटेन में आम चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. कंजर्वेटिव पार्टी 14 साल बाद औंधेमुंह गिर गई है. 14 साल के वनवास के बाद सर कीर स्टार्मर के नेतृत्व वाली पार्टी ने प्रचंड जीत हासिल कर सत्ता में वापसी कर ली. लेबर पार्टी की आंधी के सामने कंजर्वेटिव पार्टी के कई बड़े नेता और कैबिनेट मंत्रियों को भी हार का सामना करना पड़ा. यहां तक की ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री लिज ट्रस को भी चुनाव में हार का सामना करना पड़ा. पढ़ें पूरी खबर
26 भारतीय मूल के सांसदों की जीत
चुनाव में भारतीयों की धमक देखने को मिली है. भारतीय मूल के 26 नेता चुनाव में विजय हासिल कर हाउस ऑफ कॉमंस के लिए मनोनीत हुए हैं. ब्रिटिश संसद हाउस ऑफ कॉमंस में भारतीय मूल के सांसदों का दबदबा बढ़ गया है. कंजर्वेटिव पार्टी की करारी हार के बावजूद ऋषि सुनक रिचमंड और नॉर्थलेर्टन सीट से जीत गए हैं. सुनक ने रिचमंड और नॉर्थलेर्टन के लोगों का आभार जताया है. पढ़ें पूरी खबर
Source : News Nation Bureau