उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने एक बार फिर दुनिया को दहलाने का काम किया है. उत्तर कोरिया ने तीन साल बाद एक बार फिर बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है. माना जा रहा है कि इस मिसाइल का परीक्षण कर उत्तर कोरिया ने अमेरिका पर दबाव बनाने की एक और कोशिश की है. हाल ही में दोनों देशों के बीच बैठक को लेकर सहमति बनी थी. कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (KCNA) के अनुसार, यह एक नए प्रकार की सबमरीन-लॉन्च्ड बैलेस्टिक मिसाइल (SLBM) है. एकेडमी ऑफ डिफेंस साइंस ने पुकगुकसोंग-3 नाम की नए प्रकार की बैलेस्टिक मिसाइल का वर्टिकल मोड में देश की पूर्वी वोनसान खाड़ी में परीक्षण किया है. यह SLBM मिसाइल पानी के अंदर से ही करीब 500 किमी. की दूरी तक तबाही मचा सकती है. इस दूरी को 1500 किमी. तक बढ़ाया भी जा सकता है.
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हालांकि, अकसर परीक्षण के दौरान कंट्रोल रूम में मौजूद रहने वाले उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन इस बार उपस्थित नहीं थे, लेकिन किम ने परीक्षण में शामिल शोध वैज्ञानिकों को सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया की सेंट्रल कमेटी की ओर से बधाई संदेश भेजा है.
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उत्तर कोरिया ने मिसाइल उस समय लांच किया है, जब उसके उप विदेश मंत्री चो सन हुई ने जानकारी दी थी कि प्योंगयांग और वॉशिंगटन इसी सप्ताह बातचीत करने पर सहमत हुए हैं. अमेरिका के विदेश विभाग की प्रवक्ता मोर्गन ओर्टागस ने भी इस बात की पुष्टि की है. हालांकि, अब मिसाइल परीक्षण के बाद अमेरिका के रुख पर पूरी दुनिया की नजर होगी.
HIGHLIGHTS
- पिछले हफ्ते ही अमेरिका के साथ बैठक को लेकर बनी है सहमति
- अमेरिका के रिएक्शन पर होगी पूरी दुनिया की नजर
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो