Advertisment

भारत के खिलाफ खालिस्तानी खतरा लगातार जारी, कनाडा में महात्मा गांधी की प्रतिमा से छेड़छाड़

भारत के खिलाफ खालिस्तानी खतरा लगातार जारी, कनाडा में महात्मा गांधी की प्रतिमा से छेड़छाड़

author-image
IANS
New Update
Khalitani menace

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

Advertisment

भारत के खिलाफ खालिस्तानी खतरा लगातार जारी है। कनाडा में भारत विरोधी तत्वों ने हाल ही में कायरता के प्रदर्शन में महात्मा गांधी की एक प्रतिमा को विरूपित कर दिया।

डेली हंट की रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना गुरुवार तड़के ओंटारियो के हैमिल्टन शहर में सिटी हॉल के पास की बताई जा रही है, जहां भारत सरकार के द्वारा उपहार में दी गई प्रतिमा स्थित है।

एक वीडियो के अनुसार, छह फीट ऊंची कांस्य प्रतिमा से एक खालिस्तानी झंडा भी जुड़ा हुआ पाया गया, जिस पर महात्मा गांधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गाली देने वाले पेंट और चित्रों से सराबोर कर दिया गया था।

हैमिल्टन पुलिस ने कहा कि वे मामले की जांच कर रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, खालिस्तानी समर्थकों द्वारा भारतीय प्रतिष्ठानों और मंदिरों पर हमले उत्तर अमेरिकी राष्ट्र में बढ़ रहे हैं।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, साल 2023 से पूरे कनाडा में हिंदू मंदिरों पर हमलों की एक श्रृंखला शुरू हो गई है, जिसमें बर्बरता, द्वेषपूर्ण भित्तिचित्र (हाथ से बनी पेंटिंग), सेंधमारी की करीब आधा दर्जन घटनाएं हुई हैं।

इस साल जनवरी में, ब्रैम्पटन में गौरी शंकर मंदिर को निशााना बनाया गया था। मंदिर की दीवारों पर खालिस्तान जिंदाबाद, हिंदुस्तान मुदार्बाद के नारे हाथ से लिखे गए थे। इसके बाद फरवरी में मिसिसॉगा में राम मंदिर को निशाना बनाया गया था। इसके अलावा बीते साल भी मंदिरों को निशाना बनाया गया था।

भारतीय मूल के सांसद चंद्र आर्य ने हाल ही में ओटावा सरकार से मामले को गंभीरता से लेने का आह्वान किया था। आर्य ने कहा था कि ब्रैम्पटन में गौरी शंकर मंदिर पर हमला कनाडा में हिंदू विरोधी और भारत विरोधी समूहों द्वारा हिंदू मंदिरों पर किए गए हमलों में नवीनतम है। सोशल मीडिया पर नफरत से अब हिंदू मंदिरों पर हमले, आगे क्या? आगे कहा कि मैं इसे गंभीरता से लेना शुरू करने के लिए कनाडा में सरकार के स्तर पर आह्वान करता हूं।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

Advertisment
Advertisment
Advertisment