logo-image

करतारपुर कॉरिडोर (Kartarpur Corridor) को लेकर पाकिस्तान (Pakistan) ने भारत (India) पर लगाया ये बड़ा आरोप, जानें क्या

पाकिस्तान (Pakistan) स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब में सोने की पालकी स्थापित करने के बाद इमरान खान (Imran Khan) सरकार ने भारत पर बड़ा आरोप लगाया है.

Updated on: 05 Nov 2019, 09:37 PM

नई दिल्ली:

पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब में सोने की पालकी स्थापित करने के बाद पंजाब प्रांत के गवर्नर चौधरी सरवर ने सोमवार को कहा कि भारत के अड़गों और दुष्प्रचार के बावजूद करतारपुर कॉरिडोर का काम हमने समय पर पूरा किया है. डॉन न्यूज के अनुसार, धार्मिक मामलों के मंत्री सईदुल हसन शाह बुखारी के साथ विभिन्न व्यवस्थाओं और सुविधाओं की समीक्षा करने के लिए साइट के दौरे पर आए गवर्नर सरवर ने सोमवार को यह बात कही.

यह भी पढ़ेंः दिल्‍ली पुलिस कर्मियों का रोड पर चल रहा धरना खत्म, ट्रैफिक खुलवाया गया

डॉन न्यूज के अनुसार, गवर्नर ने कहा, "देश और दुनिया के सिख धर्म के अनुयायी समय पर कॉरिडोर का कार्य पूरा करने पर पाकिस्तान की सरकार का धन्यवाद कर रहे हैं. पाकिस्तान के स्पष्ट रुख के कारण भारत ने परियोजना का अपना हिस्सा भी पूरा कर लिया है." उन्होंने कहा कि दुनियाभर के सिख धर्म के लोगों के लिए गुरुद्वारा दरबार साहिब पाकिस्तान सरकार की तरफ से एक उपहार है.

गवर्नर चौधरी सरवर ने कहा, "नौ नवंबर को प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा कॉरिडोर के उद्घाटन के बाद से अकेल सिर्फ भारत से करीब पांच हजार सिख तीर्थयात्री रोज यहां मत्था टेक सकेंगे." उन्होंने उम्मीद जताई कि करतारपुर कॉरिडोर के माध्यम से दोनों देशों के रिश्तों में सुधार होगा. इससे पहले सिख श्रद्धालुओं के लिए की गई विभिन्न व्यवस्थाओं के बारे में अधिकारियों ने पाकिस्तान के हिस्से वाले पंजाब प्रांत के गवर्नर को यहां पहुंचने पर जानकारी दी.

यह भी पढ़ेंः महाराष्ट्र: राज्यपाल से मिला NCP और कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल, अजीत पवार ने कही ये बड़ी बात

समाचार पत्र के अनुसार, गवर्नर ने देश-विदेश से आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए अन्य सुविधाओं के अलावा शटल बस सेवा का भी निरीक्षण किया. बता दें कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने पिछले दिनों कहा था कि करतारपुर साहिब गुरुद्वारे मत्था टेकने आने वाले सिख श्रद्धालुओं से लिए जाने वाले शुल्क को सिख समुदाय के कल्याण और उनके धर्मस्थलों के रखरखाव पर खर्च किया जाएगा. यह श्रद्धालु करतारपुर गलियारे से होकर गुरुद्वारे तक पहुंचेंगे जिसका उद्घाटन नौ नवंबर को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान करेंगे.