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पाकिस्तान की बढ़ी मुसीबत, ग्रेटर कराची की मांग ने जोर पकड़ा

वॉइस ऑफ कराची के चेयरमैन नदीम नुसरत के मुताबिक पाकिस्तान कश्मीरियों के अधिकारों के लिए मांग कर रहा है लेकिन जबतक पाकिस्तान मोहाजिर, बलूच, पश्तूनों और हजारा नागरिकों के अधिकारों की मांग को पूरा नहीं कर देता है, उसे कश्मीर की ओर से बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है.

Updated on: 06 Aug 2019, 10:53 AM

वाशिंगटन:

एक अमेरिकी प्रवासी मोहाजिरों (Expatriate Mohajirs) के समूह ने पाकिस्तान के भीतर एक स्वायत्त "ग्रेटर कराची" के निर्माण का आह्वान किया है. दरअसल, भारत द्वारा कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त करने के बाद यह मांग निकलकर सामने आई है. यह समूह उन सभी जातीय संस्थाओं और क्षेत्रों के लिए पूर्ण स्वायत्तता चाहता है जो पाकिस्तान के अपने क्षेत्र का हिस्सा हैं.

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पाकिस्तान को कश्मीर की ओर बोलने का नैतिक अधिकार नहीं
वॉइस ऑफ कराची (VOK) के चेयरमैन नदीम नुसरत के मुताबिक पाकिस्तान कश्मीरियों के अधिकारों के लिए मांग कर रहा है लेकिन जबतक पाकिस्तान मोहाजिर, बलूच, पश्तूनों और हजारा नागरिकों के अधिकारों की मांग को पूरा नहीं कर देता है, उसे कश्मीर की ओर से बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है.

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बता दें कि पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कश्मीर के ऊपर लिए गए भारत के फैसले की निंदा की है. पाकिस्तान ने भारत के इस कदम को संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों का उल्लंघन करार दिया है. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा है कि पाकिस्तान अवैध कदमों का मुकाबला करने के लिए सभी संभावित विकल्पों का तलाश करेगा.

अमेरिका में निर्वासित जीवन बिता रहे नदीम नुसरत ने कहा कि पाकिस्तान के कश्मीर के मसले को किसी भी क्षेत्रीय या अंतर्राष्ट्रीय मंच उठाने के लिए नैतिक अधिकार नहीं है, जबकि वह खुद अपने नागरिकों को मानव अधिकारों वंचित कर रहा है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कश्मीर में जनमत संग्रह की बात करता रहता है, लेकिन क्या वो अपने यहां अल्पसंख्यकों को समान अधिकार देने के लिए तैयार है.

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दशकों से पाकिस्तानी मंत्री विदेशों में कश्मीरी अलगाववादी नेताओं से करते रहे हैं बैठक
नदीम नुसरत ने कहा कि दशकों से पाकिस्तानी मंत्री विदेशों में कश्मीरी अलगाववादी नेताओं के साथ सार्वजनिक रूप से बैठकें करते रहे हैं. वहीं अगर निर्वासित मोहाजिर, बलूच और अन्य सताए हुए जातीय या धार्मिक अल्पसंख्यकों के प्रतिनिधियों के साथ भारतीय मंत्री की बैठकें होने लगे तो पाकिस्तान इस पर क्या प्रतिक्रिया देगा.

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इसपर भी पाकिस्तान को जवाब देना चाहिए. नुसरत ने दावा किया कि पाकिस्तान के पुनर्गठन की मांग में अपने प्रयासों को तेज करने के लिए जल्द ही एक वैश्विक अभियान शुरू किया जाएगा. द वॉइस ऑफ कराची के चेयरमैन ने कहा कि उनका संगठन ग्रेटर कराची के प्रस्तावित नक्शे को पहले ही प्रकाशित कर चुका है और जल्द ही पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले अपने प्रस्तावित संविधान का मुख्य लेख जारी करेगा.