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अफगानिस्तान पर बोले बाइडेन- हमारा मिशन सिर्फ आतंकवाद से मुकाबला करना है

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सोशल मीडिया के जरिए एक संदेश जारी कर कहा कि मैंने कई वर्षों से तर्क दिया है कि हमारे मिशन को आतंकवाद का मुकाबला करने पर केंद्रित होना चाहिए, न कि आतंकवाद या राष्ट्र निर्माण पर.

Updated on: 17 Aug 2021, 11:55 PM

highlights

  • अफगानिस्तान पर अमेरिका की पैनी नजर
  • हमारे मिशन को आतंकवाद का मुकाबला करने पर केंद्रित होना चाहिए - जो बाइडेन
  • आतंकवाद का खतरा अफगानिस्तान के अलावा कई जगहों से है - जो बाइडेन

नई दिल्ली:

अफगानिस्तान पर तालिबान ने कब्जा कर अपना शासन लागू कर दिया है. तालिबान के हर रवैये से यहां की आवाम डर से सहमे हुए है. अफगानिस्तान में तालिबान ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दी हैं. अफगानिस्तान में कई देश के लोग फंसे हुए हैं. भारत और अमेरिका लोगों को वहां से निकालने की कोशिश में जुटा है. अफगानिस्तान के काबुल पर तालिबान के कब्जे बाद रविवार को मुल्ला अब्दुल गनी बरादर ने एक संक्षिप्त वीडियो संदेश जारी कर कहा था कि शासन की असली परीक्षा शुरू होने वाली है. बता दें कि अफगानिस्तान के 34 प्रांतीय राजधानियों को तालिबान ने मात्र दो हफ्ते से भी कम समय में अपने कब्जे में ले लिया. 

अफगानिस्तान पर अमेरिका की पैनी नजर है. अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे बाद जारी संकट के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सोशल मीडिया के जरिए एक संदेश जारी कर कहा कि मैंने कई वर्षों से तर्क दिया है कि हमारे मिशन को आतंकवाद का मुकाबला करने पर केंद्रित होना चाहिए, न कि आतंकवाद या राष्ट्र निर्माण पर. इसके साथ ही उन्होंने एक वीडियो संदेश में कहा कि अमेरिका को फिलहाल आज 2021 के खतरों पर फोकस करना है, उन पर नहीं जो बीते कल में खतरा थे. आगे उन्होंने कहा कि अब आतंकवाद का खतरा अफगानिस्तान के अलावा कई जगहों से है. 

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गौरतलब है कि रविवार सुबह तालिबान के लड़ाकों ने अफगानिस्तान के काबुल पर कब्जा कर लिया था. इसके बाद अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी अफगानिस्तान छोड़ कर चले गए. इसके बाद अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने एक संदेश जारी कर कहा था कि उनके स्वदेश छोड़कर जाने की वजह काबुल और लाखों लोगों की जान को बचाना है. उन्होंने कहा था कि अगर वो काबुल से नहीं निकलते तो तालिबानी लड़ाके काबुल को तहस नहस कर देता और लाखों लोगों को मौत के घाट उतार देता. अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने वीडियो संदेश में इस बात को स्पष्ट करते हुए कहा कि तालिबानी चाहते थे कि वो यहां से चले जाए और उनके जाने के लिए ही इतना कुछ किया गया.