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जो बाइडन ने अपने प्रशासन में दो कश्मीरी समेत 20 भारतीय अमेरिकियों को दी जगह

बाइडन ने अपनी कैबिनेट में भारतीय मूल के 20 अमेरिकियों को भी जगह दी है, जिनमें से 13 महिलाएं हैं. कैबिनेट में शामिल इंडो अमेरिकन लोगों में दो भारतीय कश्मीरी मूल की महिलाएं भी शामिल हैं.

Updated on: 21 Jan 2021, 11:32 AM

वॉशिंगटन:

46वें अमेरिकी राष्ट्रपति बतौर जो बाइडेन (Joe Biden) ने एक अनूठा इतिहास रच दिया है. वह राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले सबसे उम्रदराज नेता है. इसके साथ ही बाइडन ने अपनी कैबिनेट में भारतीय मूल के 20 अमेरिकियों को भी जगह दी है, जिनमें से 13 महिलाएं हैं. जो बाइडेन के कैबिनेट में ताकतवर स्थिति की बात करें, तो कमला हैरिस (Kamala Harris) ने उप-राष्ट्रपति पद की शपथ ली है. कमला हैरिस अमेरिकी इतिहास की पहली महिला उपराष्ट्रपति हैं. बाइडेन की कैबिनेट में शामिल इंडो अमेरिकन लोगों में दो भारतीय कश्मीरी मूल की महिलाएं भी शामिल हैं. अमेरिकी इतिहास में ऐसा पहली बार यह हुआ है. मिलते हैं इस इंडो-अमेरिकी समूक के कुछ अति महत्वपूर्ण चेहरों से...

कमला हैरिस
कमला हैरिस बाडडेन सरकार में उपराष्ट्रपति की भूमिका में हैं. उनकी मां श्यामला गोपाल तमिलनाडु से हैं और उनके पिता जमैका मूल के हैं. कमला की मां बर्कले यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के लिए गई थी.

नीरा टंडन
नीरा टंडन डेमोक्रेट झुकाव वाले थिंकटैंक सेंटर फॉर अमेरिकन कांग्रेस की प्रमुख हैं. उन्हें व्हाइट हाउस में ऑफिस ऑफ मैनेजमेंट एंड बजट (ओएमबी) के डायरेक्टर के लिए नॉमिनेटेड किया गया है.

विवेक मूर्ति
डॉ मूर्तत को यूएस सर्जन जनरल के लिए नॉमिनेट किया गया है. वह ओबामा के राष्ट्रपति काल में भी पद पर कार्यरत थे. बाइडेन की कोविड-19 एडवायजरी बोर्ड में मूर्ती उपप्रमुख हैं. उम्मीद लगाई जा रही है कि वह महामारी से निपटने में शीर्ष स्वास्थ्य विशेषज्ञ के रूप में बड़ी भूमिका निभाएंगे.

आयशा शाह
पहली बार अमेरिकी कैबिनेट में कश्मीर मूल के दो लोगों को शामिल किया गया है- आयशा शाह और समीरा फजीली. शाह को व्हाइट हाउस ऑफिस ऑफ डिजिटल स्ट्रेटजी में पार्टनरशिप मैनेजर के तौर पर नॉमिनेटेड किया गया है.

समीरा फजीली
आयशा शाह के अलावा एक और कश्मीर मूल की महिला, समीर फजीली को अमेरिकी कैबिनेट में जगह मिली है. कम्यूनिटी और डेवलपमेंट एक्सपर्ट फजीली को यूएस नेशनल इकोनॉमिक काउंसिल (एनईसी) में डिप्टी डायरेक्टर पद के लिए नॉमिनेट किया गया है. फजीली ने इससे पहले अमेरिकी ट्रेजरी डिपार्टमेंट में वरिष्ठ सलाहकार और व्हाइट हाउस के एनईसी में वरिष्ठ नीति सलाहकार के तौर पर काम किया है.

भारत रामामूर्ति
एनईसी में भारतीय मूल के एक शख्स को जगह मिली है. 2020 राष्ट्रपति चुनाव कैंपेन के दौरान एलिजाबेथ वारेन के इकोनॉमिक एडवाइजर के तौर पर काम कर चुके रामामूर्ति को एनईसी फॉर फाइनेंसियल रिफॉर्म एंड कंज्यूमर प्रोटेक्शन के डिप्टी डायरेक्टर के तौर पर नॉमिनेट किया गया है.

उज्रा जेया
ट्रंप की नीतियों के खिलाफ 2018 में फॉरेन सर्विस से इस्तीफा देने वाली इंडियन-अमेरिकन डिप्लोमेट उज्रा जेया को बाइडेन कैबिनेट में जगह मिली है. उन्हें डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट के सिविलयन सिक्योरिटी, डेमोक्रेसी एंड ह्यूमन राइट्स के लिए अंडर सेक्रेटरी के तौर पर नॉमिनेट किया गया है.

वनीता गुप्ता
अमेरिका के एसोसिएट अटॉर्नी जनरल के लिए वनीता गुप्ता को नॉमिनेट किया गया. सीनेट से मंजूरी मिलने के बाद वह इस पद को संभालने वाली पहली अश्वेत महिला होंगी. बाइडेन ने उनके नाम की घोषणा करते हुए कहा था कि वनीता गुप्ता अमेरिका की सबसे सम्माननीय सिविल राइट्स लायर्स में एक हैं. इससे पहले ओबामा के राष्ट्रपति काल में वह सिविल राइट्स डिवीजन की प्रमुख रह चुकी हैं.

सुमोना गुहा
नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के दक्षिण एशियाई सीनियर डायरेक्टर पद के लिए सुमोना गुहा को नॉमिनेट किया गया है. गुहा यूएस इंडिया बिजनस काउंसिल में काम कर चुकी हैं और उसके पहले दक्षिण एशिया के लिए स्टेट्स पॉलिसी प्लानिंग स्टॉफ के सेक्रेटरी का पद संभाल चुकी हैं.

तरुण छाबड़ा
नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल में टेक्नोलॉजी एंड नेशनल सिक्योरिटी के सीनियर डायरेक्टर पद के लिए तरुण छाबड़ा को नॉमिनेट किया गया है. वह जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में सेंटर फॉर सिक्योरिटी एंड इंमर्जिंग टेक्नोलॉजी में सीनियर फेलो हैं. ओबामा के राष्ट्रपति काल में छाबड़ा नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल में स्ट्रेटजिक प्लानिंग के डायरेक्टर के तौर पर काम कर चुके हैं.

शांति कलाथिल
नेशनल इंडोमेंट फॉर डेमोक्रेसी के इंटरनेशनल फोरम फॉर डेमोक्रेटिक स्टडीज में सीनियर डायरेक्टर शांति कलाथिल को नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल में डेमोक्रेसी एंड ह्यूमन राइट्स के को-ऑर्डिनेटर के तौर पर नॉमिनेट किया गया है.

गौतम राघवन
अमेरिकी जन प्रतिनिधि प्रमीला जयपाल के चीफ ऑफ स्टॉफ के तौर पर काम कर चुके राघवन को ऑफिस ऑफ प्रेसिडेंट पर्सनल में डिप्टी डायरेक्टर के तौर पर नॉमिनेट किया गया है. वह बिडेन फाउंडेशन के सलाहकार के तौर पर काम कर चुके हैं और एलजीबीटीक्यू इक्वलिटी के ल्ए सबसे पुराने व सबसे बड़े निजी फाउंडेशन में शुमार गिल फाउंडेशन के पॉलिसी वाइस प्रेसिडेंट रह चुके हैं.

माला अडिगा
फर्स्ट लेडी डॉ जिल बाइडेन की नीति निदेशक के तौर पर माला अडिगा को नियुक्त किया गया है. वह 2008 में मैन बुकर पुरस्कार जीतने वाले अरविंद अडिगा के परिवार से संबंधित हैं.

विनय रेड्डी
व्हाइट हाउस में स्पीचराइटिंग के डायरेक्टर के तौर पर विनय रेड्डी को नॉमिनेट किया गया है. रेड्डी बाइडेन-हैरिस चुनाव प्रचार के वरिष्ठ सलाहकार और भाषण लेखक के तौर पर जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. रेड्डी लंबे समय से बाइडेन के सहयोगी रह चुके हैं.

वेदांत पटेल
व्हाइट हाउस कम्यूनिकेशंस एंड प्रेस ऑफिस के एसिस्टेंट प्रेस सेक्रेटरी के तौर पर वेदांत पटेल को चुना गया है. अभी वह बाइडेन के इनऑगरल कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता हैं. पटेल इंडियन-अमेरिकन कांग्रेसवूमन प्रमीला जयपाल के लिए कम्यूनिकेशंस डायरेक्टर के तौर पर काम कर चुके हैं.

सबरीना सिंह
वाइस प्रेसिडेंट ऑफिस के प्रेस सेक्रेटरी के तौर पर सबरीना सिंह को नियुक्त किया गया है. इस पद पर पहुंचने वाली भारतीय मूल की पहली शख्सियत हैं. 32 वर्षीय सबरीना 2016 में हिलेरी क्लिंटन के प्रेसिडेंशियल कैंपेन की रीजनल कम्युनिकेशंस डायरेक्टर के तौर पर काम कर चुकी हैं. इसके अलावा वह डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी की प्रवक्ता भी रह चुकी हैं. उनके दादा जेजे सिंह भारतीय स्वतंत्रता के लिए लड़े थे. वे 1946 में अमेरिका चले गए थे और वहां उन्होंने भारतीयों की नागरिकता हासिल करने के लिए संघर्ष किया.