अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के यरुशलम को इज़राइल की राजधानी घोषित करने के फैसले पर शुक्रवार को संयुक्त सुरक्षा समिति की बैठक होनी है।
इस वार्ता के लिए आठ देशों ने गुहार लगाई थी। यह बैठक शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे होगी। काउंसिल के जापानी अध्यक्ष ने बताया कि हालांकि इस बैठक में अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी, ऐसे में यरुशलम का मुद्दा देर सुबह ही चर्चा के लिए रखा जाएगा।
वहीं, दूसरी ओर सउदी अरब ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के फैसले पर कड़ी आपत्ति जताई है और इसे 'अन्यायपूर्ण और गैर-ज़िम्मेदाराना' बताया है। ट्रंप ने विवादित शहर पर अपनी (अमेरिका की) सात दशकों के चल रही अस्पष्ट नीति पर तस्वीर साफ करते हुए यह ऐलान किया।
साथ ही उन्होंने तेल अवीव से अमेरिकी दूतावास को यरुशलम स्थानांतरित करने की प्रक्रिया को भी शुरू करने का निर्देश दिया।
आधिकारिक सऊदी प्रेस एजेंसी ने सऊदी शाही अदालत के बयान को साझा किया जिसमें कहा गया है, "राज्य इजराइल की राजधानी के रूप में येरूशलेम को पहचानने के अमेरिकी राष्ट्रपति के फैसले पर बहुत अफसोस व्यक्त करता है।"
अमेरिका ने यरुशलम को माना इज़राइल की राजधानी
ट्रंप को अपने फैसले पर पुनर्विचार की मांग करते हुए शाही अदालत ने कहा, 'यह फैसला "फिलीस्तीनी लोगों के ऐतिहासिक और स्थायी अधिकारों के खिलाफ" जाता है।' बयान में कहा गया है, 'राज्य ने पहले ही इस तरह के अनुचित और गैर-जिम्मेदाराना कदम के गंभीर परिणामों की चेतावनी दी है।'
बयान में लिखा है, 'अमेरिकी कदम शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के प्रयासों में महत्वपूर्ण गिरावट का प्रतिनिधित्व करता है और यह ऐतिहासिक रूप से तटस्थ अमेरिकी स्थिति का उल्लंघन है।'
बता दें कि मंगलवार को सउदी किंग सलमान ने ट्रंप को चेतावनी देते हुए कहा था अमेरिकी दूतावास को इज़रायल से हटा येरुशलम स्थानांतरित करना खतरनाक कदम है जो कि दुनियाभर में मुस्लिम समुदाय के लोगों में तनाव पैदा कर सकता है।
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Source : News Nation Bureau