इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामीन नेतन्याहू सोमवार सुबह रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करने के लिए रूस रवाना हुए। वह वहां पुतिन को ईरान द्वारा 'लेबनान को विशाल मिसाइल स्थल बनाने' का प्रयास करने को लेकर चेताएंगे।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, रूस जाने से पहले नेतन्याहू ने कहा कि वह अपने पांच घंटे की यात्रा के दौरान पुतिन को क्षेत्र में ईरान की गतिविधियों के बारे में बताएंगे।
उन्होंने एक बयान में कहा, 'मैं सीरिया में ईरान द्वारा अपनी सैन्य उपस्थिति को स्थापित करने के लगातार प्रयास के बारे में राष्ट्रपति पुतिन से चर्चा करूंगा।'
उन्होंने कहा कि इजरायल अपने उत्तरी पड़ोसी के जमीन पर ईरान के पैर जमाने का 'कड़ाई' से विरोध करता है और कहा कि इजरायल इसके खिलाफ 'कार्रवाई कर रहा है।' उन्होंने हालांकि यह नहीं बताया कि इजरायल किस तरह की कार्रवाई कर रहा है।
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नेतन्याहू ने ईरान पर 'लेबनान को विशाल मिसाइल स्थल' बनाने का प्रयास करने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, 'ईरान, इजरायल के खिलाफ लेबनान में मिसाइल इकट्ठा कर रहा है। हम इसे नहीं सहेंगे।'
दौरे पर नेतन्याहू के साथ इजरायल सैन्य खुफिया प्रमुख, राष्ट्रीय सुरक्षा प्रमुख और नेतन्याहू की गठबंधन सरकार के यूक्रेन मूल के एक मंत्री भी होंगे।
नेतन्याहू और पुतिन सीरिया में रूस की दखल के बाद से कई बार मिल चुके हैं। इससे पहले दोनों नेताओं की मुलाकात अगस्त 2017 में सोच्चि में हुई थी।
इजरायल लंबे समय से अमेरिका और रूस से सीरिया में संभावित शांति समझौते के परिप्रेक्ष्य में ईरान द्वारा यहां पैर पसारने के कदम को रोकने का आग्रह करता रहा है।
इजरायल और सीरिया एक दूसरे के साथ गोलान हाइट्स के पास विवादस्पद सीमा साझा करते हैं। इस क्षेत्र को 1976 में मध्य पूर्व युद्ध में इजरायल ने सीरिया से छीनकर अपने में मिला लिया था।
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Source : IANS