ईरान-इज़राइल वॉर के अगले 48 घंटें बहुत महत्वपूर्ण होने वाले हैं. अमेरिका स्थित एक समाचार वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान सीरिया में अपने दूतावास पर हुए मिसाइल हमले के प्रतिशोध में इज़राइल पर जोरदार हमले की तैयारी कर रहा है. गौरतलब है कि, इज़राइल द्वारा ईरान पर किए गए हमले में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के कुलीन कुद्स फोर्स के सात बेहद प्रमुख ईरानी सैन्य कमांडरों सहित 12 लोग मारे गिए हैं. बता दें कि, दमिश्क में अपने राजनयिक प्रतिष्ठान पर हमले के बाद से ईरान बार-बार इजरायल पर 'बदला' हमले की धमकी दे रहा है, जिसने एक बड़े युद्ध की चिंताओं को बढ़ा दिया है.
मालूम हो कि, ईरान-इज़राइल वॉर के बीच दुनियाभर में डर के बादल छाने लगे हैं. आशंका है कि, इस जंग से मध्य पूर्व तबाह हो जाएगा, क्योंकि दोनों देशों के पास लोगों, मशीनों और बंदूकों की कोई कमी नहीं है. दोनों देशों को आसानी से मध्य पूर्व में सबसे मजबूत सैन्य शक्तियां का खिताब हासिल है.
वहीं कुछ रिपोर्ट में तो ये भी खुलासा किया है कि, दोनों देश गुप्त रूप से परमाणु हथियार के साथ भी तैयार है. यानि ये जंग कई मायनों में पूरी दुनिया के लिए काफी ज्यादा खतरनाक हो सकती है. इसलिए चलिए इस आर्टिकल में हम ईरान बनाम इज़राइल सैन्य शक्ति की तुलना करते हैं.
इज़राइल बनाम ईरान.. कौन ज्यादा मजबूत?
1. इज़राइल और ईरान की सशस्त्र बलों की जनशक्ति की तुलना करने पर, उल्लेखनीय अंतर हैं. 9,043,900 की आबादी वाले इज़राइल में 170,000 सक्रिय कर्मचारी और 465,000 आरक्षित कर्मचारी हैं. इसके विपरीत, 79,050,000 की बड़ी आबादी वाले ईरान में 610,000 सक्रिय कर्मी और 350,000 आरक्षित हैं.
2. भूमि-आधारित सशस्त्र बलों के मामले में, ईरान बड़े अंतर से इज़राइल से आगे है. शिया मुस्लिम देश के पास कुल 1996 टैंकों का बेड़ा है जबकि इजराइल की सेना के पास कुल 1370 टैंक हैं.
3. उन्नत तकनीक और प्रशिक्षण के साथ इज़राइल की वायु सेना के पास आधुनिक लड़ाकू जेट सहित लगभग 612 विमान हैं. वहीं ईरान की वायु सेना में लगभग 551 विमान शामिल हैं, जिसमें पुराने मॉडल और घरेलू स्तर पर निर्मित विमानों का मिश्रण शामिल है. तकनीकी नवाचार पर इज़राइल का ध्यान और पश्चिमी सहयोगियों के साथ घनिष्ठ संबंध इसे ईरान पर हवाई श्रेष्ठता में बढ़त देते हैं.
Source : News Nation Bureau