logo-image

Israel Hamas War: जंग के बीच बाइडन ने नेतन्याहू को किया फोन, गाजा में मानवीय सहायता पर की बात

Hamas Israel War: इजरायल और हमास के बीच जारी जंग को 15 दिनों का वक्त हो चुका है. इस जंग में अब तक 5500 से ज्यादा लोगों मौत हो चुकी है. जबकि हजारों लोग घायल हुए हैं. युद्ध के चलते गाजा पट्टी में लाखों लोग बुनियादी चीजों की कमी से जूझ रहे हैं. जिसके लिए भारत समेत कई देश सामने आए हैं.

Updated on: 23 Oct 2023, 09:36 AM

highlights

  • अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने किया नेतन्याहू को फोन
  • गाजा में मानवीय मदद को लेकर की बातचीत
  • युद्ध के बीच माननवीय मदद पर जताई सहमति

New Delhi:

Hamas Israel War: मध्य पूर्व में इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को फोन किया. इस दौरान उन्होंने नेतन्याहू से गाजा की स्थित और वहां जारी मानवीय सहायता के बारे में जानकारी ली. बता दें कि 7 अक्टूबर की सुबह हमास से इजरायल पर पांच हजार से ज्यादा रॉकेट दागे, जिसमें सैकड़ों लोगों की मौत हो गई. इसके बाद इजरायल ने भी बदले की कार्रवाई की और गाजा पट्टी में बम बरसाना शुरू कर दिया. उसके बाद से दोनों के बीच युद्ध चल रहा है. जिसमें अब तक करीब 5500 लोगों की मौत हो चुकी है. वहां गाजा पट्टी में जारी इस युद्ध में सैकड़ों निर्दोषों की भी जान गई है. जिसे लेकर संयुक्त राष्ट्र समेत कई देशों ने चिंता जताई है. इसी के तहत अमेरिका भी गाजा पट्टी में निर्दोष लोगों की मौत को लेकर गंभीर हो गया है और वहां मानवीय सहायता के लिए पहल कर रहा है.

ये भी पढ़ें: Cyclone Tej: विनाशकारी हुआ चक्रवाती तूफान 'तेज', बंगाल की खाड़ी में उठ रहा 'हामून' मचा सकता है तबाही

बाइडन और नेतन्याहू के बीच क्या हुई बात?

व्हाइट हाउस के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने रविवार को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की. इस दौरान बाइडन ने गाजा की ताजा स्थिति की प्रगति के बारे में जानकारी ली. इसके साथ ही दो अमेरिकी नागरिकों की रिहाई में इजरायल के समर्थन के लिए नेतन्याहू को धन्यवाद कहा. इसके अलावा दोनों नेताओं के बीच अन्य बंधकों की रिहाई को लेकर भी बातचीत हुई. बातचीत में दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमत जताई कि युद्ध के बावजूद भी गाजा में इस तरह की सहायता जारी रहेगी. बता दें कि ये मानवीय मदद जरूरतमंद फलस्तीनियों तक पहुंचाई जा रही है.

ये भी पढ़ें: Aaj Ka Rashifal: ये हैं आज की 5 सबसे भाग्यशाली राशियां, जिनकी खुलेगी किस्मत, जानें अपना हाल

भारत ने भी फिलिस्तीन भेजी राहत सामग्री

बता दें कि युद्ध के चलते गाजा में रह रहे 23 लाख फिलिस्तीनी घेराबंदी का शिकार हुए हैं. जिसके चलते वहां खाने-पीने की वस्तुओं और दवाइयां भी नहीं मिल पा रही हैं. यहां तक जो मदद पहुंच रही है वह भी काफी कम है. ऐसे में कई देशों ने गाजा पट्टी में राहत सामग्री भेजी है. रविवार को भारत की ओर से भी गाजा में जरूरतमंदों के लिए दवाईयां को राहत सामग्री भेजी गई. इससे पहले शनिवार को भी दुनिया से मानवीय सहायता लिए 20 ट्रक गाजा पट्टी में दाखिल हुए. ये ट्रक मिस्र के रफाह बॉर्डर के रास्ते गाजा पहुंचे. अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद इजरायली सेना ने केवल 20 ट्रकों में लदी राहत सामग्री को ही गाजा में प्रवेश करने की अनुमति दी थी.

ये भी पढ़ें: Israel-Hamas War: गाजा पट्टी के इस हिस्से को खाली करने की चेतावनी, इजरायल ने फिलिस्तीनियों से कही ये बात

गाजा के लोगों की मदद अमेरिका की प्राथमिकता

बता दें कि इससे पहले, शुक्रवार को अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि पिछले सप्ताह युद्ध को लेकर मैं विभिन्न देशों की यात्रा पर था. इस दौरान गाजा में मदद पहुंचाना मेरी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक था. उन्होंने कहा कि मदद पहुंचाने के लिए हम एक योजना विकसित करेंगे. जिसपर बाइडन ने भी इजरायल के दौरे पर मुहर लगाई थी. ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका, मिस्र और इजरायल के साथ मध्य पूर्व में मानवीय मुद्दों के लिए विशेष दूत डेविड सैटरफील्ड के साथ मिलकर काम कर रहा है. जिसमें जल्द ही विकास देखने को मिलेगा.