logo-image

इजराइल-हमास युद्धः इजराइल के प्रधानमंत्री ने कैसी कीमत वसूलने की बात कही?

इस्लामिक उग्रवादी संगठन हमास से लड़ने के लिए इजराइल ने गाजा सीमा पर बड़ी संख्या में सैनिकों को भेजा है और 9,000 सैनिकों को तैयार रहने को कहा है.

Updated on: 15 May 2021, 12:15 AM

highlights

  • यहूदी और अरब समूहों में लॉड शहर में झड़पें हुई
  • गाजा पर हमास का कब्जा है

इजराइल:

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संघर्ष विराम के प्रयासों के बावजूद इजराइल और हमास के बीच युद्ध की आशंका बढ़ती जा रही है. इजराइल में चौथी रात भी साम्प्रदायिक हिंसा होने के बाद लड़ाई और तेज हो गई. यहूदी और अरब समूहों में लॉड शहर में झड़पें हुई. पुलिस की मौजूदगी बढ़ाने के आदेश देने के बावजूद झड़पें हुईं. गाजा शहर के बाहरी इलाकों में विस्फोटों के कारण आसमान में धुएं का गुबार देखा गया. इस्लामिक उग्रवादी संगठन हमास से लड़ने के लिए इजराइल ने गाजा सीमा पर बड़ी संख्या में सैनिकों को भेजा है और 9,000 सैनिकों को तैयार रहने को कहा है. गाजा पर हमास का कब्जा है. इस बीच मुस्लिम देशों के संगठन "ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक को-ऑपरेशन" ने 16 मई को 57 सदस्यों देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक बुलाई है. ओआईसी ने ट्वीट कर कहा कि ये बैठक सऊदी अरब के अनुरोध पर बुलाई गई है.

इससे पहले इजराइल ने उत्तरी गाजा में उग्रवादी सुरंगों के व्यापक जाल को नष्ट करने की कवायद में शुक्रवार तड़के अपने तोपखाने से भारी गोलाबारी की, जिसके बाद कई फलस्तीनियों ने अपने बच्चों और सामान के साथ यह इलाका छोड़ दिया. हमले में एक ही परिवार के छह सदस्य अपने घर में मारे गए. फलस्तीनी उग्रवादियों ने करीब 1,800 रॉकेट दागे और सेना ने 600 से अधिक हवाई हमले किए जिसमें कम से कम तीन इमारतें ध्वस्त हो गईं. 

"यरुशलम को बचाने का दावा"

उत्तरी गाजा पट्टी में रफात तनानी, उनकी गर्भवती पत्नी और चार बच्चे इजराइल के हमले में मारे गए. रफात के भाई फादी ने बताया कि जब हमला हुआ तब रफात और उनका परिवार सोने जा रहा था. हमले में इमारत के मालिक और उनकी पत्नी की भी जान चली गई. यह लड़ाई सोमवार को शुरू हुई जब यरुशलम को बचाने का दावा करने वाले हमास ने लंबी दूरी के रॉकेट दागने शुरू किए. इजराइल ने जवाबी कार्रवाई करते हुए कई हवाई हमले किए. तब से इजराइल ने गाजा में सैकड़ों ठिकानों को निशाना बनाया है. गाजा उग्रवादियों ने इजराइल में करीब 2,000 रॉकेट दागे, जिससे देश के दक्षिण क्षेत्र में जनजीवन ठप हो गया. तेल अवीव शहर को निशाना बनाते हुए भी कई रॉकेट दागे गए. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि हमलों में 119 लोग मारे गए जिनमें 31 बच्चे और 19 महिलाएं शामिल हैं जबकि 830 लोग घायल हो गए.