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क्या चीन सुपरपावर बनने के लिए सैनिकों के जीन से कर रहा छेड़खानी?

इन दिनों जीन एडिटिंग की काफी चर्चा में है. हालांकि लोगों के बीच इससे संबंधित जानकारी काफी कम है. रिपोर्ट के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि इस तकनीक की मदद से प्रकृति के द्वारा बनाई गई रचनाओं में बदलाव किया जा सकता है.

Updated on: 16 Dec 2022, 11:56 PM

नई दिल्ली:

इन दिनों जीन एडिटिंग काफी चर्चा में है. हालांकि लोगों के बीच इससे संबंधित जानकारी काफी कम है. रिपोर्ट के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि इस तकनीक की मदद से प्रकृति के द्वारा बनाई गई रचनाओं में बदलाव किया जा सकता है. इस तकनीक की सहायता से डीएनए में बदलाव हो सकता है. इस प्रयोग को जीवों पर किया जा रहा है. नई नस्ल तैयार की जा रही है. जानवरों के साथ पेड़ पौधों पर भी इसका उपयोग हो रहा है. 

इस प्रक्रिया को लेकर अब पूरी दुनिया में हलचल है. कई देश इसे लेकर एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. यह आरोप है कि वे अपने सैनिकों पर जीन एडिटिंग तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका के खुफिया विभाग ने यह दावा किया था कि चीन अपने सैनिकों की जीन एडिटिंग करने में लगा हुआ है. ब्रिटेन ने भी ऐसी ही बात कही थी. ब्रिटेन के अनुसार, चीन सुपर पावर बनने की होड़ में सैनिकों के डीएनए में बदलाव कर रहा है. 

रिपोर्ट में बड़ा दावा किया गया है कि चीन गुपचुप तरीके से जीन के साथ छेड़खानी का काम कर रहा है. वह दुनिया को डराने की कोशिश में लगा हुआ है. वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार चीन सबसे ज्यादा जीन एडिटिंग का उपयोग कर रहा है. इसमें डीएनए के कुछ भागों को बदला जाता है. इस तरह से सैनिकों की ताकत को अप्राकृतिक रूप से बढ़ाने का प्रयास हो रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि इस तकनीक की मदद से इंसानी रोबोट तैयार किए जा रहे हैं. इस तरह से सैनिकों के इमोशन्स को खत्म कर दिया जाता है.