आयरलैंड: भारत की बेटी ने बदल डाला गर्भपात से जुड़ा कानून, हटा प्रतिबंध
आयरलैंड में अबॉर्शन (गर्भपात) से जुड़े कानून में शनिवार को जनमत संग्रह के जरिए बदल दिया गया।
नई दिल्ली:
आयरलैंड में अबॉर्शन (गर्भपात) से जुड़े कानून में शनिवार को जनमत संग्रह के जरिए बदल दिया गया। आयरलैंड में हुए जनमत संग्रह में 66.4% लोगों ने गर्भपात पर प्रतिबंध हटाने का समर्थन किया, जिसके बाद इस कानून को बदलने की मंजूरी मिल गई है।
बता दें कि आयरलैंड में गर्भपात के खिलाफ दुनिया भर में सबसे सख्त कानून हैं। वर्तमान में महिला की जान का खतरा होने पर ही अभी गर्भपात की इजाजत है। यहां तक कि बलात्कार के मामलों में भी इसकी इजाजात नहीं है।
गौरतलब है कि आयरलैंड में पिछले काफी समय से गर्भपात से जुड़े कानून को बदलने की मांग की जा रही थी। हालांकि इस मांग में इजाफा भारतीय मूल की डेंटिस्ट सविता हलप्पनवार की 2012 में गर्भपात की इजाजत नहीं मिलने पर हुई मौत के बाद हुआ।
सविता की ओर से बार-बार अबॉर्शन की मांग किए जाने के बावजूद आयरलैंड सरकार ने इसकी इजाजत नहीं दी, जिसके फलस्वरूप सेप्टिक मिसकैरेज (गर्भावस्था के दौरान संक्रमण) की वजह से उनकी मौत हो गई।
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आयरलैंड में हुए जनमत संग्रह के नतीजों से सविता का परिवार काफी खुश है।
सविता के पिता ने कहा, 'मैं इस खबर से काफी खुश हूं। हमारी एक आखिरी इच्छा है कि इस नए कानून का नाम उनकी बेटी के नाम पर रखते हुए इसे सविता लॉ कर दिया जाए। यह उसके नाम पर होना चाहिए।'
भारतीय मूल के प्रधानमंत्री लियो वरदकर ने शनिवार को जनमत संग्रह के नतीजों की घोषणा की।
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