इराक के प्रधानमंत्री हैदर अल-अबदी ने रविवार को आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) से मोसुल के मुक्त होने का ऐलान कर दिया।
अल-अबदी ने ट्वीट कर बताया कि वह 'मुक्त हो चुके शहर मोसुल' में है। अल-अबदी ने ट्वीट के जरिए इराकी लोगों और इस जंग में अहम भूमिका निभाने वाले सैनिकों को बधाई भी दी। पिछले करीब 9 महीने के संघर्ष के बाद इराक को यह जीत मिली है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक मोसुल को मुक्त कराने को लेकर ISIS के साथ चली लड़ाई में पिछले दो महीनों में 1000 से ज्यादा आतंकी मारे गए। साथ ही ISIS के कई कार बम और रॉकेट्स को इस लड़ाई में इराकी सेना ने खत्म कर दिया।
हालांकि, सीएनएन ने इराकी टीवी के हवाले से बताया है कि मोसुल से बाहर लेकिन शहर के ठीक करीब कई ISIS आतंकी अब भी अपना कब्जा जमाए बैठे हैं।
यह भी पढ़ें: राजनीतिक संकट के मुहाने पर पाकिस्तान, नवाज की पार्टी ने कहा नहीं मानेंगे JIT की रिपोर्ट
मोसुल पर जीत कई मायनों में इराक के लिए बड़ी उपलब्धि है। यह शहर बगदाद के बाद सबसे इराक के दूसरे सबसे महत्वपूर्ण शहरों में गिना जाता है। इस शहर की जनसंख्या करीब 25 लाख है। इराक के उत्तर में स्थित निन्वेह प्रांत की राजधानी और इराक के दूसरे सबसे बड़े शहर मोसुल को आईएस ने अपनी राजधानी घोषित कर रखा था।
मोसुल में ही आईएस के शीर्ष नेता अबु बकर-अल-बगदादी ने 2014 में इराक और सीरिया में आईएस खलीफा की घोषणा की थी।
मोसुल में स्थानीय नागरिकों ने कहा कि मोसुल की आजादी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में महान जीत है और इसने आतंकवादी संगठनों की कमर तोड़ दी है और इराक में स्वघोषित इस्लामिक स्टेट को ध्वस्त कर दिया है।
बता दें कि ISIS ने 2014 में मोसुल को अपने कब्जे में लिया था। इसके बाद से यह शहर जंग की भीषण विभिषका और आईएसआईएस के आतंक से सामना करता आ रहा है। इस जंग में हजारों आम नागरिक मारे गए और एक लाख से ज्यादा लोगों को अपने घरों को छोड़कर वहां से जाना पड़ा।
Source : News Nation Bureau