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ईरान को फ्रांस के संसद की टिप्पणी मंजूर नहीं, फ्रांसीसी दूत को बुलाया

ईरानी विदेश मंत्रालय ने फ्रांस की नेशनल असेंबली में विदेश मंत्री की अस्वीकार्य टिप्पणी को लेकर तेहरान में फ्रांस के राजदूत निकोलस रोशे को तलब किया. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, बैठक में ईरानी पक्ष ने फ्रांस की विदेश मंत्री कैथरीन कोलोना के आधारहीन आरोपों का कड़ा विरोध किया और कुछ यूरोपीय देशों के मानवाधिकारों के लिए उनके दोयम दर्जे के ²ष्टिकोण की आलोचना की. ईरानी विदेश मंत्रालय ने जोर देकर कहा कि उन देशों के पास एकतरफा और जबरदस्ती के तरीकों, जो अन्य देशों की संप्रभुता का भी उल्लंघन करते हैं को देखते हुए मानवाधिकारों का दावा करने के लिए वैधता और पात्रता नहीं है.

Updated on: 01 Dec 2022, 02:25 PM

तेहरान:

ईरानी विदेश मंत्रालय ने फ्रांस की नेशनल असेंबली में विदेश मंत्री की अस्वीकार्य टिप्पणी को लेकर तेहरान में फ्रांस के राजदूत निकोलस रोशे को तलब किया. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, बैठक में ईरानी पक्ष ने फ्रांस की विदेश मंत्री कैथरीन कोलोना के आधारहीन आरोपों का कड़ा विरोध किया और कुछ यूरोपीय देशों के मानवाधिकारों के लिए उनके दोयम दर्जे के दृष्टिकोण की आलोचना की. ईरानी विदेश मंत्रालय ने जोर देकर कहा कि उन देशों के पास एकतरफा और जबरदस्ती के तरीकों, जो अन्य देशों की संप्रभुता का भी उल्लंघन करते हैं को देखते हुए मानवाधिकारों का दावा करने के लिए वैधता और पात्रता नहीं है.

कॉलोना ने सोमवार को फ्रांसीसी विधायी निकाय के एक सत्र को संबोधित किया, जिसके दौरान उन्होंने कहा कि ईरान में मौजूदा स्थिति को लेकर जिम्मेदारी के साथ कार्रवाई की जरूरतहै, यह कहते हुए कि यूरोपीय संघ इस्लामी गणतंत्र पर नए प्रतिबंध लगाने के लिए काम कर रहा है. साथ ही सत्र में, फ्रांसीसी सांसदों ने ईरान में 22 वर्षीय महसा अमिनी की मौत के बाद देश में विरोध प्रदर्शनों के प्रति वहां की सरकार की प्रतिक्रिया की निंदा करने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया. पुलिस थाने में बेहोश होने के कुछ दिनों बाद 16 सितंबर को तेहरान के एक अस्पताल में अमिनी की मौत हो गई थी.

अमिनी की मौत के बाद से ईरान में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया. तेहरान ने ईरान में दंगे भड़काने और आतंकवादियों का समर्थन करने के लिए अमेरिका और कुछ अन्य देशों को दोषी ठहराया है.

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