अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. ईरानी मीडिया ने अमेरिका के 17 जासूसों को गिरफ्तार करने का दावा किया है. ईरान सरकार ने अमेरिका के लिए काम करने वाले 17 जासूसों को गिरफ्तार कर सजा सुनाई है. जिसमें कुछ को मौत की भी सजा सुनाई गई है.
ईरान के इंटेलिजेंस मंत्री ने चैलन से बातचीत के दौरान कहा कि सीआईए (CIA) के 17 जासूसों को पकड़ा गया है. जिसमें से कुछ को मौत की सजा सुनाई गई है. मंत्री के अनुसार पकड़े गए जासूस ईरान में खुद को छुपाने के लिए अलग-अलग कामों में लगे हुए थे. जासूस निजी आर्थिक केंद्रों, संवेदनशील स्थान, सेना और साइबर जगहों पर कार्य कर रहे थे. जहां से वे अहम सूचना चुराने में लगे हुए थे.
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कुछ दिन पहले अमेरिका ने कहा था कि अमेरिका के एक युद्धपोत ने होरमुज जलमरुमध्य में एक ईरानी ड्रोन को नष्ट कर दिया था. अमेरिकी नौसेना के एक युद्धपोत यूएसएस बॉक्सर ने उससे 1,000 यार्ड्स के अंदर उड़ रहे एक ड्रोन को कई चेतावनियां दीं, लेकिन नजरंदाज किए जाने पर युद्धपोत ने उसे उड़ा दिया.
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वहीं, दो कुछ दिन पहले ईरान ने दो टैंकर को जब्त कर लिया था. जिसमें एक जहाज ब्रिटेन का है और दूसरा जहाज लाइबेरिया का.
बता दें कि ईरान और छह देशों के बीच साल 2015 में परमाणु समझौता रद्द हो जाने से स्थिति बिगड़ने लगी थी. अमेरिका ने तेहरान पर परमाणु कार्यक्रम पर रोक लगाने के एवज में प्रतिबंध हटा दिया था. लेकिन फिर अमेरिका ने आरोप लगाया कि तेहरान ने अपना परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह बंद नहीं किया है. जिसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने लगा.
HIGHLIGHTS
- ईरान ने अमेरिका के 17 जासूसों को किया गिरफ्तार
- 17 जासूसों में से दी गई कुछ को मौत की सजा
- अमेरिका ने ईरानी ड्रोन को नष्ट कर दिया