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डोनाल्ड ट्रंप की धमकी पर ईरानी सेना का पलटवार- अमेरिका के पास लड़ाई करने की हिम्मत नहीं है

डोनाल्ड ट्रंप की धमकी पर ईरान की सेना ने कहा कि अमेरिका में लड़ाई शुरू करने की हिम्मत नहीं है.

Updated on: 05 Jan 2020, 06:12 PM

नई दिल्‍ली:

डोनाल्ड ट्रंप की धमकी पर ईरान की सेना ने कहा कि अमेरिका में लड़ाई शुरू करने की हिम्मत नहीं है. ईरान की सरकारी संवाद समिति आईआरएनए ने सेना प्रमुख मेजर जनरल अब्दुलरहमान मौसावी के हवाले से कहा कि उन्हें नहीं लगता कि अमेरिकियों ने 52 स्थलों पर हमला करने की जो धमकी दी है, उनमें वह लड़ाई शुरू करने का साहस है. यूएस के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने ईरान में 52 स्थलों को निशाना बनाने की धमकी दी थी. इसके बाद मौसावी ने यह बयान दिया है.

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पश्चिम एशिया में गहराते संकट के बीच अमेरिकी विदेश मंत्री माइप पोंपियो ने रविवार को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्यहू से ईरान की बदनीयत और क्षेत्रीय सुरक्षा को खतरे पर बातचीत की. इस बीच ईरान के बगदाद में अमेरिकी दूतावास पर मिसाइले दागने से हालात और तनावपूर्ण हो गए हैं. इस पर प्रतिक्रिया जताते हुए अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को दो टूक चेतावनी दी है कि अगर ईरान ने हमला किया तो उसके 52 ठिकानों को निशाना बनाया जाएगा. उन्होंने ये भी कहा है कि अमेरिका 52 ठिकानों पर इसलिए हमला करेगा कि ईरान ने अब तक 52 अमेरिकियों को बंदी बनाया है.

पोंपियो ने इजरायल का जताया आभार

इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्यहू से बातचीत करने के बाद माइक पोंपियो ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि हमारी बातचीत का केंद्र ईरान की बदनीयती और क्षेत्रीय सुरक्षा पर मंडराता खतरा था. साथ ही माइक पोंपियो ने आतंकवाद को पराजित करने के काम में इजरायल के तत्पर सहयोग का आभार भी जताया. उन्होंने कहा कि अमेरिका और इजरायल के रिश्ते कभी नहीं टूटेंगे. गौरतलब है कि इराक पर अमेरिकी ड्रोन हमले के बाद इजरायल खुलकर ट्रंप प्रशासन के पक्ष में आ खड़ा हुआ था. शीर्ष ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी के मारे जाने पर इजरायल ने बयान जारी कर कहा था कि अमेरिका को आत्मरक्षा का अधिकार है.

इजरायल खुलकर साथ आया अमेरिका के

गौरतलब है कि इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्यहू ने कहा था, 'जिस तरह इजरायल को आत्मरक्षा का अधिकार है, वही अधिकार अमेरिका को भी है. कासिम सुलेमानी अमेरिकी नागरिकों समेत कई और निर्दोष लोगों की मौत का जिम्मेदार था. वह और भी ऐसे ही हमलों का साजिश रच रहा था.' हालांकि ईरान ने शनिवार देर रात बगदाद में अमेरिकी दूतावास के पास मिसाइल हमले कर अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं कि वह चुप बैठने वाला नहीं है. इसके बाद से पश्चिम एशिया के हालात और तनावपूर्ण हो गए हैं.

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ट्रंप ने ईरान को दी थी धमकी

अमेरिकी राष्ट्रपति ने ट्वीट कर कहा कि ईरान बदला लेने की धमकी दे रहा है. मैं ईरान को चेतावनी देना चाहता हूं कि अगर उसने किसी अमेरिकी या अमेरिकी ठिकाने पर हमला किया तो हमने ईरान के 52 ठिकानों की पहचान की है. (ईरान द्वारा बंधक बनाए गए 52 अमेरिकी बंदियों की याद में). इन 52 ईरानी ठिकानों में कई उच्‍च स्‍तर के हैं और ईरान और उसकी संस्‍कृति के लिए बेहद अहम हैं. इन ठिकानों पर बहुत तेजी से और बहुत विध्‍वंसक तरीके से निशाना बनाया जाएगा. इसलिए अमेरिका को और ज्‍यादा धमकी नहीं चाहिए.