logo-image

इजरायल को बार-बार धमका रहा ईरान, हमले के संभावित ठिकानों का जारी किया नक्शा  

तेहरान टाइम्स ने यह नहीं बताया कि उनका नक्शा ईरान की युद्ध योजनाओं के बारे में अंदरूनी जानकारी पर आधारित है या सिर्फ उनकी अपनी भविष्यवाणी पर.

Updated on: 17 Dec 2021, 07:07 PM

highlights

  • नक्शा ईरान की युद्ध योजनाओं के अंदरूनी जानकारी पर आधारित  
  • नए हथियारों को प्रदर्शित कर रहा ईरान
  • ईरान से प्रतिबंध हटाने के खिलाफ इजरायल

नई दिल्ली:

इजरायल और ईरान में तनाव कम होने का नाम नहीं ले रही है. परमाणु हथियारों के मसले पर दोनों देशों के बीच शीतयुद्ध चरम पर है. ईरान को आशंका है कि इजरायल उस पर हमला कर सकता है. ऐसे में ईऱान भी इजरायल पर हमला करने की तैयारी कर रहा है. तेहरान के एक अखबार तेहरान टाइम्स ने इजरायली रक्षा मंत्री के हमले वाले बयान पर पलटवार करते हुए  इजरायल का एक नक्शा प्रकाशित किया है, जिसमें ईरान के संभावित लक्ष्यों को दिखाया गया है.  

तेहरान टाइम्स ने अपने लेख में कहा है कि इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने अगले साल बड़े पैमाने पर युद्धाभ्यास करने की पुष्टि की है. इससे पता चलता है कि इजरायली सेना ईरान पर हमले को लेकर कितनी उतावली है. इस ईरानी अखबार ने जोर देकर कहा कि तेहरान ने रक्षा उद्योग में हाल ही में जो प्रगति हासिल की है, उसे इजरायल को याद दिलाने की जरूरत नहीं है.

यह भी पढ़ें: Omicron का डर, क्रिसमस से पहले ब्रिटेन के इस शहर में पसरा सन्नाटा 

अखबार ने ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई की 2013 की चेतावनी को भी दोहराया. तब खामेनेई ने इजरायल को चेतावनी देते हुए कहा था कि ईरान पर हमले के गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. उन्होंने कहा था कि कभी-कभी यहूदी शासन के नेता हमें धमकाते भी हैं. वे सैन्य रूप से हमला करने की धमकी दे रहे हैं, लेकिन मुझे लगता है कि वे जानते हैं और अगर वे नहीं जानते हैं, तो उन्हें चाहिए कि अगर वे गलती करते हैं, तो इस्लामी गणराज्य (ईरान) तेल अवीव और हाइफा को नष्ट कर देगा.

तेहरान टाइम्स ने यह नहीं बताया कि उनका नक्शा ईरान की युद्ध योजनाओं के बारे में अंदरूनी जानकारी पर आधारित है या सिर्फ उनकी अपनी भविष्यवाणी पर. नक्शा अपने आप में कुछ सवाल भी खड़े कर रहा है क्योंकि इसमें लेबनानी क्षेत्र के साथ-साथ कई फिलिस्तीनी शहरों जैसे जेनिन, नब्लस, रामल्लाह और हेब्रोन पर भी हमले का निशान लगाया गया हैं. इतना ही नहीं नेगेव रेगिस्तान के वीरान इलाकों पर भी कई निशान हैं.

ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन के प्रमुख मोहम्मद एस्लामी ने अपने परमाणु केंद्रों पर हमले की धमकी को लेकर इजरायल को खुली चेतावनी दी है. उन्होंने यमनी टेलीविजन नेटवर्क अल-मसीरा को दिए इंटरव्यू में कहा कि इजरायल पहले खुद को आईने में देखे और धमकी देने से पहले अपनी क्षमताओं की जांच कर ले.

दरअसल, इजरायली मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया था कि इजरायल ने ईरान की परमाणु सुविधाओं पर हमला करने की तैयारी के लिए 1.5 बिलियन डॉलर की फंडिंग को मंजूरी दी थी. इस रिपोर्ट में बताया गया था कि इस बजट को लड़ाकू विमान और खुफिया जानकारी एकत्र करने के साथ ही भूमिगत हथियार केंद्रों पर हमले के लिए हथियारों को बनाने में इस्तेमाल किया जाएगा.

एस्लामी ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बयान पर प्रतिक्रिया दी है. नफ्ताली बेनेट ने कहा था कि इजरायल विश्व की शक्तियों के परमाणु समझौते को लेकर ईरान के ऊपर से प्रतिबंध हटाने की आशंका को लेकर चिंतित है. उन्होंने शनिवार को कैबिनेट की बैठक में कहा कि हम अमेरिका और बाकी देशों के साथ अपनी चिंताओं को साझा कर रहे हैं.

ईरान ने इजरायल के साथ जारी तनाव के बीच अपने नए एयर डिफेंस सिस्टम 'बोरहान सी2' को सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित किया है. इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान आर्मी की एयर डिफेंस फोर्स ने 1 सितंबर को अपने नए रडार कमांड-एंड-कंट्रोल को कमीशन किया था. इतना ही नहीं, इस सिस्टम में लगी मेसाड-16 सरफेस टू एयर मिसाइलों का भी परीक्षण किया गया है. ईरान ने दावा किया है कि अब उसकी हवाई सीमा पूरी तरह से सुरक्षित है. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि ईरान अब इजरायली विमानों का पहले ही पता लगा सकता है.