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ईरान के प्राथमिक स्कूलों में अंग्रेजी पढ़ाने पर लगी रोक, बताया ईरानी संस्कृति के लिए खतरा

ईरान के एक वरिष्ठ शिक्षा अधिकारी ने बताया कि ईरानी संस्कृति को बनाए रखने के लिए प्राथमिक स्कूलों में अंग्रेजी भाषा को प्रतिबंधित किया गया है।

Updated on: 08 Jan 2018, 06:23 AM

नई दिल्ली:

ईरान ने प्राथमिक विद्यालयों में अंग्रेजी की शिक्षा पर प्रतिबंध लगा दिया है। ईरान के एक वरिष्ठ शिक्षा अधिकारी ने घोषणा करते हुए बताया कि प्राथमिक स्तर की शिक्षा में ईरानी संस्कृति को बनाए रखने और उस पर किसी भी तरह के सांस्कृतिक हमले से बचाने के लिए अंग्रेजी भाषा को प्रतिबंधित किया गया है।

गौरतलब है कि यह फैसला ईरान के सुप्रीम लीडर, अयातुल्ला अली खामेनेई के उस बयान के बाद लिया गया है, जिसमें उन्होंने प्राथमिक स्कूलों में अंग्रेजी पढ़ाने से 'संस्कृतिक आक्रमण' का रास्ता खुलने की बात कही थी।

ईरान के सरकारी उच्च शिक्षा परिषद प्रमुख, मेंहदी नवीद अदम ने कहा, 'आधिकारिक पाठ्यक्रम के मुताबिक, सरकारी और गैर-सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में अंग्रेजी को पढ़ाना कानून के खिलाफ है।'

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उन्होंने कहा, 'ऐसा इसलिए है क्योंकि प्राथमिक शिक्षा में बच्चों के अंदर ईरानी संस्कृति का आधार तैयार किया जाता है।'

आपको बता दें कि ईरान में फारसी आधिकारिक राष्ट्रीय भाषा है। यहां 6 वर्ष की उम्र से प्राथमिक शिक्षा शुरू होती है और 12 वर्ष की उम्र तक पढ़ाई जाती है।

इससे पहले 2016 में खामेनेई ने कहा था कि वह विदेशी भाषा को पढ़ाए जाने के विरोध में नहीं हैं, लेकिन देश में बच्चों और युवाओं के बीच विदेशी संस्कृति को बढ़ावा नहीं मिलना चाहिए।

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