पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि देश में कोरोनावायरस (Corona Virus) महामारी की तीव्रता उतनी गंभीर नहीं है, जितनी दुनिया के अन्य हिस्सों में देखने को मिल रही है. मीडिया ने मंगलवार को इस बात की जानकारी दी. प्रधानमंत्री इमरान ने सोमवार को देश के सामाजिक ताने-बाने और अर्थव्यवस्था पर महामारी के प्रभाव को लेकर एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा, दुनिया के अन्य देशों की तुलना में यहां मामले कम हैं, लेकिन लोगों को चाहिए कि वह सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करें.
डॉन न्यूज ने जारी बयान के हवाले से कहा कि मीटिंग में बताया गया कि दुनिया के अन्य देशों के मुकाबले पाकिस्तान में कोविड -19 (COVID-19) के कारण संक्रमित होने वाले रोगियों और इसके चलते मरने वालों की संख्या कम है. डॉन न्यूज को बैठक में मौजूद रहे एक सूत्र ने कहा, खान इस बात से काफी संतुष्ट नजर आए कि अन्य देशों, विशेषकर अमेरिका और यूरोप की तुलना में पाकिस्तान में कोविड-19 संक्रमण के प्रसार की तीव्रता अभी भी कम है.
हालांकि, इमरान खान ने लोगों से आग्रह कर कहा कि जानलेवा वायरस को देश भर में फैलने से रोकने का सबसे असरदार तरीका सोशल डिस्टेंसिंग है और जनता को चाहिए कि वह इसके नियमों का पालन करे. प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार स्थिति पर करीब से नजर रख रही है और जल्द ही समाज के सभी वर्गों के लोगों की जरूरत और रमजान के पवित्र महीने को ध्यान में रखते हुए लॉकडाउन के बारे में अपनी अगली रणनीति की घोषणा करेगी. गौरतलब है कि पाकिस्तान में मंगलवार तक 293 मौतों सहित कोविड-19 संक्रमण के 13,947 मामले दर्ज किए गए हैं.
यह भी पढ़ें-Lock Down: BJP ने अपने MLA के बयान को बताया विभाजनकारी, सपा ने बोला हमला
रमजान की नमाज कराने वाला मौलाना कोरोना पीड़ित
वहीं दक्षिण-पश्चिम बांग्लादेश (Bangladesh) में एक स्थानीय मस्जिद में रमजान (Ramzan) की नमाज अदा कराने वाले मौलवी के कोरोना वायरस (Corona Virus) से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. 'बीडीन्यूनज24' की खबर के अनुसार मौलवी (Maulvi) ने मगुरा जिले के अडडांगा गांव में एक मस्जिद में शनिवार को रमजान की नमाज की अगुवाई की थी और इसके एक दिन बाद वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए.
यह भी पढ़ें-COVID-19 Exclusive: न्यूरोसर्जन ने बनाया कोरोना संक्रमण रोकने का उपकरण, ऐसे करेगा काम
नमाज में शामिल अन्य लोगों की सूची बनाई गई
खबर के अनुसार अधिकारी नमाज में शामिल हुए 20-25 लोगों की सूची बना रहे हैं और उनकी जांच भी की जाएगी. खबर में शालिखा उप जिले के मुख्य कार्यकारी अधिकारी तनवीर रहमान के हवाले से कहा गया कि मौलवी बाघरपरा पश्विम गांव के हैं, जो मस्जिद से करीब डेढ किलोमीटर दूर है. इस पूरे इलाके में लॉकडाउन है. बांग्लादेश में रविवार तक कोविड-19 के 5,416 पुष्ट मामले थे और 145 लोगों की जान जा चुकी है.