भारत को हेकड़ी दिखाना चीन को पड़ सकता है मंहगा:ग्लोबल टाइम्स
चीन के ग्लोबल टाइम्स अखबार ने अपने संपादकीय के जरिए भारत के प्रति हेकड़ी दिखाने वाले रवैये को लेकर सावधान किया है।
highlights
- चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स ने भारत की तरक्की की तारीफ
- ग्लोबल टाइम्स ने भारत के प्रति चीन की हेकड़ी को लेकर भी किया अगाह
- नोटबंदी के दौरान भी मैनुफैक्चरिंग क्षेत्र में 8.3 फीसदी रहना उपलब्धि
नई दिल्ली:
चीन के ग्लोबल टाइम्स अखबार ने अपने संपादकीय के जरिए भारत के प्रति हेकड़ी दिखाने वाले रवैये को लेकर सावधान किया है। अखबार का मानना है कि निर्यात और मैनुफैक्चरिंग के क्षेत्र में भारत लगातार तरक्की कर रहा है। लेख में कहा गया है कि नोटबंदी के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था के सुस्त रहने के बावजूद मैनुफैक्चरिंग क्षेत्र में 8.3 फीसदी की बढ़ोतरी एक बड़ी उपलब्धि है।
अखबार ने चीन को अगाह किया है कि मैनुफैक्चरिंग क्षेत्र में भारत का विकास कड़ी प्रतिस्पर्धा और अधिक दबाव की संभावना को बढ़ाता है। हालांकि लेख में यह भी कहा गया है कि यह कहना अभी जल्दबाजी होगी कि भारत, विनिर्माण क्षेत्र में चीन की जगह ले सकता है।
इसे भी पढ़े: सीमा विवाद पर चीन की तरफ से बयान, अरुणाचल प्रदेश के तवांग के बदले अक्साई चिन भारत को मिल सकता है
संपादकीय के मुताबिक, '(प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के कदम ने भारतीय अर्थव्यवस्था की रफ्तार पर ब्रेक लगाया है, लेकिन तीसरी तिमाही में देश के विनिर्माण क्षेत्र की रफ्तार फिर भी 8.3 फीसदी है। यह भारत के लिए बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि कुछ विशेषज्ञों ने कहा था कि नोटबंदी से विकास के आंकड़ों पर बेहद बुरा प्रभाव पड़ सकता है।'
अखबार ने कहा, 'भारत जैसे बड़े देश में मैनुफैक्चरिंग क्षेत्र के विकास का अर्थ है चीन पर ज्यादा दबाव। भारत के विनिर्माण क्षेत्र से मिल रही प्रतिस्पर्धा एक रणनीति महत्ता का मुद्दा है और इसपर अधिक ध्यान दिए जाने की जरूरत है।'
इसे भी पढ़े: चीन की भारत को नसीहत- संबंधों में विषमताओं को स्वीकार करे
अखबार के मुताबिक, 'अक्टूबर से दिसंबर 2016 के दौरान भारत की विकास दर सात फीसदी रही है, जो अनुमान से अधिक है और यह आंकड़ा सही है या नहीं, इस पर काफी बहस भी हुई है। इस बीच देश की अर्थव्यवस्था के अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर कम ध्यान दिया गया। जिस चीज को नजरअंदाज किया गया, वह है भारत के विनिर्माण क्षेत्र की बढ़ती प्रतिस्पर्धा।'
संपादकीय में कहा गया, 'जनवरी महीने में भारत द्वारा चीन को निर्यात में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 42 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई, जिसकी चीन के अधिकांश विशेषज्ञों ने अनदेखी की। लेकिन अगर चीन ने भारत की बढ़ती प्रतिस्पर्धा पर अभिमानी रवैया अपनाया तो यह बेहद खतरनाक होगा।'
इसे भी पढ़े: चीन को भारत का जवाब, तवांग और अक्साई चिन की अदला-बदली बेतुका ऑफर
संपादकीय के मुताबिक स्क्रू से लेकर कर्मशियल विमानों के निर्माण के लिए कम समय में औद्योगिकी श्रृंखला का निर्माण करना आसान नहीं है। भारत निर्मित वस्तुओं से बढ़ती प्रतिस्पर्धा पर पैनी नजर रखी जानी चाहिए।
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
Met Gala 2024: फ्लोरल साड़ी.. मिनिमल मेकअप.. हेयर एसेसरी, कुछ यूं अदाएं बिखेरती नजर आईं आलिया भट्ट
-
Tansen: जब वो गाते थे तो सुरों की बारिश होती थी, पत्थर पानी बन जाते थे..अकबर के नौ रत्नों में से एक थे तानसेन
-
Kareena Kapoor religion: करीना कपूर का धर्म बदलवाना चाहते थें सैफ अली खान? एक्टर ने कहा- इस्लाम धर्म में..
धर्म-कर्म
-
Badrinath Temple: खुलने वाले हैं श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट, जानें यात्रा से जुड़ी हर बात
-
Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीया के दिन रसोई की ये 5 चीज़ें खरीदने से घर में बनी रहती है बरकत
-
Vaishakh Amavasya 2024 Date: कब है वैशाख अमावस्या, 8 या 9 मई को? जानें सही डेट और शुभ मुहूर्त
-
Love Rashifal 7 May 2024: इन राशियों के लिए बेमिसाल रहेगा मंगलवार का दिन, पढ़ें लव राशिफल