गजेंद्र सिंह शेखावत ने कीझाड़ी उत्खनन मामले में तमिलनाडु सरकार पर सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया
'मेक इन इंडिया' प्रोडक्ट पाकिस्तान में टेस्टेड और पूरी दुनिया में ट्रस्टेड बन गया : कृष्णपाल गुर्जर
ओडिशा : जाजपुर में डायरिया के प्रकोप पर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, रोकथाम के प्रयास तेज
Rajasthan News: जयपुर में फिल्मी अंदाज में डीजल चोरी का खुलासा, सुरंग बनाकर उड़ाया करोड़ों का माल, ये है मामला
हत्या की आरोपी सोनम रघुवंशी ने इंदौर को शर्मसार किया : कैलाश विजयवर्गीय
नई रेलवे परियोजनाओं से कनेक्टिविटी में होगा सुधार : पीएम मोदी
IPL 2025 का खिताब नहीं जीते तो क्या हुआ, श्रेयस अय्यर के पास 10 दिन के अंदर ही ट्रॉफी जीतने का है शानदार मौका
Pune: शादी के नाम पर करोड़ों की ठगी, मैट्रिमोनियल साइट के जरिए युवती को बनाया निशाना, आप भी रहें सावधान
पीयूष गोयल का स्वीडन को न्योता, भारत के बुनियादी ढांचे और विनिर्माण क्षेत्र में करें निवेश

विदेश से धन भेजने के मामले में भारतीय सबसे आगे, 2018 में 79 अरब डॉलर भेजे

विदेश से अपने देश में पैसे भेजने के मामले में भारतीय एक बार फिर सबसे आगे रहे हैं। 2018 में प्रवासी भारतीयों ने 79 अरब डॉलर भारत में भेजे हैं। विश्वबैंक ने सोमवार को जारी अपनी रिपोर्ट में यह बात कही।

विदेश से अपने देश में पैसे भेजने के मामले में भारतीय एक बार फिर सबसे आगे रहे हैं। 2018 में प्रवासी भारतीयों ने 79 अरब डॉलर भारत में भेजे हैं। विश्वबैंक ने सोमवार को जारी अपनी रिपोर्ट में यह बात कही।

author-image
Yogendra Mishra
एडिट
New Update
विदेश से धन भेजने के मामले में भारतीय सबसे आगे, 2018 में 79 अरब डॉलर भेजे

प्रतीकात्मक फोटो

विदेश से अपने देश में पैसे भेजने के मामले में भारतीय एक बार फिर सबसे आगे रहे हैं। 2018 में प्रवासी भारतीयों ने 79 अरब डॉलर भारत में भेजे हैं। विश्वबैंक ने सोमवार को जारी अपनी रिपोर्ट में यह बात कही। विश्वबैंक की ' माइग्रेशन एंड डेवलपमेंट ब्रीफ ' रिपोर्ट के नवीन संस्करण के मुताबिक , भारत के बाद चीन का नंबर आता है। चीन में उनके नागरिकों द्वारा 67 अरब डॉलर भेजा गया है। इसके बाद मैक्सिको (36 अरब डॉलर), फिलिपीन (34 अरब डॉलर) और मिस्त्र (29 अरब डॉलर) का स्थान है।

Advertisment

रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत एक बार फिर पहले पायदान पर रहने में कामयाब रहा है। पिछले तीन वर्ष में विदेश से भारत को भेजे गए धन में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है। यह 2016 में 62.7 अरब डॉलर से बढ़कर 2017 में 65.3 अरब डॉलर हो गया था।

यह भी पढ़ें- EU को ब्रेक्जिट की समय सीमा 1 साल तक बढ़ानी चाहिए : टस्क

विश्वबैंक ने कहा , " भारत को भेजे गए धन में 14 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है। केरल में आई बाढ़ के चलते प्रवासी भारतीयों के अपने परिवारों को ज्यादा आर्थिक मदद भेजने की उम्मीद है। "

सऊदी अरब से पूंजी प्रवाह में कमी के कारण पाकिस्तान में उनके प्रवासियों द्वारा भेजे जाने वाले धन में गिरावट आई है। वहीं , बांग्लादेश में उनके प्रवासियों द्वारा भेजे गए धन में 2018 में 15 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।

रिपोर्ट के मुताबिक , विकासशील देशों (कम एवं मध्यम आय वाले देश) को भेजा गया धन 2018 में 9.6 प्रतिशत बढ़कर 529 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। यह 2017 में 483 अरब डॉलर पर था।

यह भी पढ़ें- इजरायल : भ्रष्‍टाचार के गंभीर आरोपों से जूझ रहे बेंजामिन नेतन्‍याहू ने दर्ज की धमाकेदार जीत

दुनिया भर के देशों में भेजा जाने वाला धन 2018 में 689 अरब डॉलर पर पहुंच गया। 2017 में यह 633 अरब डॉलर पर था। इसमें विकसित देशों में उनके नागरिकों द्वारा भेजा जाने वाला पैसा भी शामिल है। बैंक ने कहा कि दक्षिण एशिया में भेजी गई रकम 12 प्रतिशत बढ़कर 131 अरब डॉलर हो गई।

विश्वबैंक ने कहा कि अमेरिका में आर्थिक परिस्थितियों में मजबूती और तेल की कीमतों में तेजी के चलते धन प्रेषण में वृद्धि हुई है। जिसका खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के कुछ देशों से निकासी पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा।

Source : PTI

World News World Bank foreign currency indian foreign currency news
      
Advertisment