दिल्ली को मिले 33 आरोग्य मंदिर और 17 जन औषधि केंद्र; रेखा गुप्ता बोलीं- झाड़ू से कर रहे पिछली सरकार के भ्रष्टाचार की सफाई
झारखंड : शादी के एक महीने बाद खाने में जहर देकर पति की हत्या, आरोपी पत्नी गिरफ्तार
वैश्विक चुनौतियों के बीच भारत का सेवा निर्यात चमक रहा : फियो
जातिगत जनगणना पर कांग्रेस पार्टी का झूठ हुआ बेनकाब: शहजाद पूनावाला
शुभमन गिल ने किस क्लास तक की है पढ़ाई? जो इंग्लैंड में करेंगे टीम इंडिया की कप्तानी
‘फौजी 2’ ने पूरे किए 100 एपिसोड, लॉन्च हुआ म्यूज़िक एल्बम ‘फौजी 2.0’, ये सितारे इवेंट में हुए शामिल
Israel-Iran Tension Live: 'फौरन छोड़ें तेहरान', ईरान में दूतावास की भारतीय नागरिकों के लिए एडवाइजरी
भारतीय नागरिकों को तेहरान छोड़ने की सलाह, इजरायल और ईरान में जंग के बीच भारत ने जारी की नई एडवाइजरी
जी7 ने इजरायल का समर्थन किया, ईरान को बताया 'क्षेत्रीय अस्थिरता और आतंक का स्रोत'

कश्मीर मुद्दे पर भारत को अमेरिका के मध्यस्थता की जरुरत नहीं- एस. जयशंकर

भारत हमेशा से कहता आया है कि आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देश पाकिस्तान को पहले आतंकवाद छोड़ना पड़ेगा तभी जाकर भारत से किसी भी तरह की बात हो पाएगी.

भारत हमेशा से कहता आया है कि आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देश पाकिस्तान को पहले आतंकवाद छोड़ना पड़ेगा तभी जाकर भारत से किसी भी तरह की बात हो पाएगी.

author-image
Vikas Kumar
एडिट
New Update
कश्मीर मुद्दे पर भारत को अमेरिका के मध्यस्थता की जरुरत नहीं- एस. जयशंकर

भारत और अमेरिका के विदेश मंत्री

कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता (Mediation on Kashmir Issue) की बात करने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (American President Donald Trump) को भारत की ओर से कड़ा और साफ संदेश दिया गया है कि पाकिस्तान के साथ कश्मीर मुद्दे को सुलझाने के लिए किसी की भी मध्यस्थता भारत स्वीकार नहीं करेगा. भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा है कि उन्होंने यह बात अमेरिकी विदेश मंत्री माइकल पोम्पियो (Mike Pompeo,United States Secretary of State) को साफ कर दी है और भारत अपने बात पर ही रहेगा.

Advertisment

भारत हमेशा से कहता आया है कि आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देश पाकिस्तान को पहले आतंकवाद छोड़ना पड़ेगा तभी जाकर भारत से किसी भी तरह की बात हो पाएगी.गुरुवार को ही अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि भारत चाहे तो अमेरिका कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता या मदद के लिए तैयार होने की बात कही थी. इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि यह दोनों देशों पर निर्भर करता है कि दोनों देश विवाद को सुलझाना चाहते हैं कि नहीं.

यह भी पढ़ें: चीन के सामानों पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिर कसा शिकंजा

बता दें कि पिछले हफ्ते ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ एक बैठक की थी जिसमें उन्होंने कश्मीर मुद्दे को सुलझाने में मदद करने की पेशकश की थी. हालांकि पाकिस्तान ने इस पेशकश का स्वागत किया था जबकि भारत की ओर से इस पेशकश को खारिज कर दिया है.

इसके पहले इमरान खान (Imran Khan, Prime Minister of Pakistan) की अमेरिका यात्रा के दौरान डोनाल्‍ड ट्रंप ने कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी ने जापान के ओसाका में मुलाकात के दौरान कश्‍मीर पर मध्‍यस्‍थता की गुजारिश की थी. भारत ने इस पर अमेरिका के सामने तीखी आपत्‍ति जताई थी. इसके बाद अमेरिकी विदेश मंत्रालय और व्‍हाइट हाउस को सफाई तक देनी पड़ी थी. वहां के कुछ सांसदों ने तो भारतीय राजदूत से माफी भी मांगी थी.

यह भी पढ़ें: डैमेज कंट्रोल में जुटा अमेरिका, मध्‍यस्‍थता पर बयान के बाद भारत आ रहे डोनाल्‍ड ट्रंप के दूत

उसके बाद अमेरिका ने अपने आधिकारिक बयान में कहा था कि हम कश्‍मीर को अब भी द्विपक्षीय मसला मानते हैं और मध्‍यस्‍थता करने का हमारा कोई इरादा नहीं है.

HIGHLIGHTS

  • अमेरिकी विदेश मंत्री और भारतीय विदेश मंत्री  की हुई मुलाकात.
  • भारत को कश्मीर मुद्दे पर किसी देश की मध्यस्थता की जरुरत नहीं. 
  • वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान ने मध्यस्थता पर है राजी. 
Kashmir issue America Indian External Affairs Minister American Foreign Minister Mike Pompeo Indian Foreign Minister
      
Advertisment