अफगानिस्तान में भारतीय दूतावास की निगरानी कर रहा था तालिबान, ऐसे बचकर निकले
तालिबानी लड़ाकों का सामना करते हुए भारतीय वायुसेना के दो सी-17 ग्लोबमास्टर विमानों से भारतीय वायु सेना ने सकुशल भारतीय दूतावास के कर्मचारियों के साथ उड़ान भर ली है. सभी कर्मचारी दोपहर 1 बजे तक भारत पहुंच सकते हैं.
highlights
- काबुल से भारतीय दूतावास कर्मियों को लेकर विमान भारत की ओर रवाना
- दोपहर एक बजे तक भारत पहुंचेगा ये विमान
- सोमवार को भारत आ रहे दूतावास कर्मियों को की गई रोकने की कोशिश
नई दिल्ली:
अफगानिस्तान में फंसे भारतीय दूतावास के कर्मचारियों को भारतीय वायुसेना ने सफलतापूर्वक काबुल से निकाल लिया है. काबुल स्थित भारतीय दूतावास की भी तालिबान के लड़ाके निगरानी कर रहे थे. लेकिन इस सबका सामना करते हुए भारतीय वायुसेना के दो सी-17 ग्लोबमास्टर विमानों से भारतीय वायु सेना ने सकुशल भारतीय दूतावास के कर्मचारियों के साथ उड़ान भर ली है. मिली जानकारी के अनुसार, सभी कर्मचारी दोपहर 1 बजे तक भारत पहुंच जाएंगे. लेकिन इस बात में भी उतनी ही सच्चाई है कि तालिबान के लड़ाकों से बचाते हुए सभी कर्मचारियों को सुरक्षित वापस लाना भी कम मुश्किल काम नहीं था. वह भी उस समय में जब अफगानिस्तान में तालिबान के फरमान के अलावा अन्य कोई भी कानून लागू नहीं हो रहा है.
यह भी पढ़ें : भारत ने अफगान आवेदकों के लिए वीजा की नई श्रेणी पेश की
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो 15-16 अगस्त की रात में सुरक्षा की स्थिति काफी खराब हो गई थी. वहीं, कथित रूप से भारतीय दूतावास भी तालिबान की निगरानी में था और लड़ाके हाई-सिक्योरिटी ग्रीन जोन में पहुंच गए थे. भारत आने वाले अफगानी नागरिक शाहीर वीजा एजेंसी से वीजा हासिल करते थे. रिपोर्ट के अनुसार, तालिबान ने एजेंसी पर भी छापा मारा था.
मालूम हो कि पिछले सोमवार को जब 45 भारतीय दूतावास कर्मी भारत द्वारा भेजे गए पहले विमान में आ रहे थे, तो इस दौरान तालिबान ने उन्हें रोकने की कोशिश की थी. रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि इस दौरान भारतीय कर्मचारियों के कुछ निजी सामान को भी तालिबान के लड़ाकों ने छीन लिया था. काबुल एयरपोर्ट में वापस आने की कोशिश कर रहे अफगानी नागरिकों की भीड़ के बीच भारतीय कर्मचारियों को निकालना बेहद मुश्किल हो गया था. एयरपोर्ट का रास्ता बंद होने और भीड़ के मौजूद होने की वजह से पहले विमान के रवाना होने के बाद बचे हुए दूतावास कर्मियों को नहीं निकाला जा सका था.
रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और भारतीय समकक्ष एस जयशंकर के बीच देर रात इस मुद्दे पर बात हुई थी. शायद यही बातचीत भारतीय कर्मियों को काबुल एयरपोर्ट तक पहुंचाने में मददगार साबित हुई हो. मंगलवार सुबह निकला विमान पहले जामनगर और फिर हिंडन एयरबेस पहुंचेगा. विमान के दोपहर करीब 1 बजे तक हिंडन पहुंचने की उम्मीद है. हालांकि खुशी की बात ये है कि वहां से यह विमान सफलतापूर्वक निकल चुका है.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
Shah Rukh Khan Son: बेटे अबराम के साथ KKR को सपोर्ट करने पहुंचे शाहरुख, मैच से तस्वीरें वायरल
-
Rashmi Desai Fat-Shamed: फैट-शेमिंग करने वाले ट्रोलर्स को रश्मि देसाई ने दिया करारा जवाब, कही ये बातें
-
Sonam Kapoor Postpartum Weight Gain: प्रेगनेंसी के बाद सोनम कपूर का बढ़ गया 32 किलो वजन, फिट होने के लिए की इतनी मेहनत
धर्म-कर्म
-
Vikat Sanakashti Chaturthi 2024: विकट संकष्टी चतुर्थी व्रत कब? बस इस मूहूर्त में करें गणेश जी की पूजा, जानें डेट
-
Shukra Gochar 2024: शुक्र ने किया मेष राशि में गोचर, यहां जानें किस राशि वालों पर पड़ेगा क्या प्रभाव
-
Buddha Purnima 2024: कब है बुद्ध पूर्णिमा, वैशाख मास में कैसे मनाया जाएगा ये उत्सव
-
Shani Shash Rajyog 2024: 30 साल बाद आज शनि बना रहे हैं शश राजयोग, इन 3 राशियों की खुलेगी लॉटरी