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पाक नागरिकों का अपने ही देश से मोह भंग, भारत की नागरिकता लेने की मची होड़

जिस पड़ौसी देश की भारत से हमेशा ठनी रहती है. उसी देश के लोगों की पहली पसंद भारत है. जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान (Pakistan)के 70 फीसदी लोग भारत की नागरिकता चाहते हैं.

Updated on: 23 Dec 2021, 05:17 PM

highlights

  • आवेदन करने वाले लोगों में  70 फीसदी लोग पाकिस्तानी 
  • 7,306 लोगों ने 14 दिसंबर 2021 भारत की नागरिकता के लिए किया आवेदन
  • गृह राज्यमंत्री ने लोकसभा में दी चौकाने वाली जानकारी 

नई दिल्ली :

 जिस पड़ौसी देश की भारत से हमेशा ठनी रहती है. उसी देश के लोगों की पहली पसंद भारत है. जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान (Pakistan)के 70 फीसदी लोग भारत की नागरिकता चाहते हैं. लोक सभा में गृहराज्य मंत्री नित्यानंद राय ने ये चौकाने वाला खुलासा किया है. यही नहीं उन्होने प्रूफ दिखाते हुए कहा है कि 7,306 लोगों ने 14 दिसंबर 2021 को भारत की नागरिकता (Indian Citizenship)के लिए आवेदन किया है. आपको बता दें कि तय समय तक भारतीय नागरिकता के लिए प्राप्त 10,635 आवेदनों में से लगभग 70 प्रतिशत पाकिस्तानी नागरिक हैं. 

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गृह राज्य मंत्री ने बताया कि अफगानिस्तान, श्रीलंका, संयुक्त राज्य अमेरिका, नेपाल और बांग्लादेश सहित अन्य देशों से भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन लंबित हैं. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान के 1,152 आवेदन हैं, जबकि 428 किसी भी देश के नागरिक नहीं हैं, अमेरिका और श्रीलंका से 223 आवेदन आए हैं और नेपाल और बांग्लादेश से क्रमशः 189 और 161 आवेदन लंबित हैं. मंत्री ने संसद को बताया कि चीन से भी करीब 10 आवेदन लंबित हैं. जिन्होने भारत की नागरिकता लेने के लिए आवेदन किया है.

राय ने कहा कि केंद्र ने 2018 और 2021 के बीच इन पड़ोसी देशों के अल्पसंख्यक समूहों से भारतीय नागरिकता के लिए 8,244 आवेदन प्राप्त किए हैं और उनमें से 3,117 को नागरिकता दी है. इस महीने की शुरुआत में, राय ने लोकसभा में बताया था कि पिछले सात वर्षों में 30 सितंबर, 2021 तक 8.5 लाख से अधिक भारतीय नागरिकों ने अपनी नागरिकता छोड़ दी. उन्होंने कहा कि इस साल 20 सितंबर तक 1,11,287 व्यक्तियों ने अपनी भारतीय नागरिकता छोड़ दी.