चीन और पाकिस्तान जैसे पड़ोसी देशों से तनातनी के बीच में भारतीय वायुसेना ने 114 लड़ाकू विमानों के निर्माण के लिए शुरुआती टेंडर जारी किया है।
'मेक इन इंडिया' प्रॉजेक्ट के तहत भारत सरकार ने दुनिया की प्रमुख विमानन कंपनियों के लिए यह RFI (रिक्वेस्ट फॉर इन्फ़र्मेशन) जारी किया है जिससे वो किसी भारतीय पार्टनर के साथ मिलकर नए फाइटर प्रॉडक्शन लाइन को आगे बढ़ा सकें।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह दुनिया की सबसे बड़ी फाइटर जेट डील होगी।
ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि भारतीय वायुसेना को मिलिटरी जेट्स से लैस करने के लिए बोइंग, लॉकहीड मार्टिन, साब और डसॉल्ट जैसी कंपनियां आगे आ सकती हैं।
गौरतलब है कि इस प्रॉजेक्ट का अनुमानित खर्च लगभग 1.15 लाख करोड़ रुपये आएगा।
सरकार द्वारा पांच साल पहले वायु सेना के लिए 126 मीडियम मल्टी एक्शन कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एमएमआरसीए) की खरीद प्रक्रिया को रद्द करने के बाद लड़ाकू विमानों के लिए यह पहला बड़ा सौदा होगा।
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Source : News Nation Bureau