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भारत बलूचिस्तान को अलग कर देगा... इमरान खान का डर आया सामने

अपदस्थ प्रधानमंत्री ने दावा करते हुए कहा, ‘विदेश में भारत के थिंकटैक बलूचिस्तान को अलग करने पर विचार कर रहे हैं, ये उनकी योजना है, इसलिए मैं दबाव डाल रहा हूं.’

Updated on: 02 Jun 2022, 08:08 AM

highlights

  • इमरान खान ने कहा पाकिस्तान तीन हिस्सों में जाएगा बंट
  • विदेश में भारत के थिंकटैंक इस दिशा में कर रहे हैं काम

इस्लामाबाद:

नया पाकिस्तान बनाने का नारा देकर सत्ता में आए और फिर देश को आर्थिक स्तर पर कंगाली की कगार पर छोड़ कर गए इमरान खान विगत दिनों भारत खासकर मोदी सरकार की तारीफ को लेकर सुर्खियों में रहे. इस कड़ी में वह पाकिस्तान की सेना और अपने पूर्ववर्ती हुक्मरानों को कठघरे में खड़े कर गए. अब उन्होंने एक इंटरव्यू में दावा किया है कि अगर शहबाज शरीफ सरकार ने सही फैसले नहीं लिए, तो आने वाले दिनों में पाकिस्तान की हालत बेहद खराब हो जाएगी. यही नहीं, वह यह भी कहने से नहीं चूके कि पाकिस्तान तीन हिस्सों में बंट जाएगा. खान के मुताबिक पाकिस्तान दिवालिया होने की कगार पर है. उन्होंने कहा कि अगर ‘सही निर्णय’ नहीं लिए गए तो उनका देश ‘आत्महत्या’ की तरफ बढ़ रहा है.

भारत को भी लपेटा
पाकिस्तान के प्राइवेट टीवी चैनल बोल न्यूज़ से बातचीत करते हुए इमरान खान ने कहा, ‘यहां वास्तविक समस्या पाकिस्तान की सरकार की है. अगर सही निर्णय नहीं लिए जाते हैं तो मैं आपको लिखित में दे सकता हूं कि वो खत्म हो जाएंगे. सबसे पहले हमारी सेना बर्बादी की तरफ जाएगी. ये सरकार जब से आई है तब से रुपया और स्टॉक मार्केट गिर रहा है. हर तरफ अफरा-तफरी है.’ इसके साथ ही उन्होंने चेताते हुए कहा कि अर्थव्यवस्था नष्ट हो जाने पर देश डिफ़ॉल्ट हो जाएगा. उनके मुताबिक ऐसे में दुनिया पाकिस्तान से परमाणु निरस्त्रीकरण की ओर बढ़ने के लिए कहेगी, जैसा कि यूक्रेन ने 1990 के दशक में किया था. अपदस्थ प्रधानमंत्री ने दावा करते हुए कहा, ‘विदेश में भारत के थिंकटैक बलूचिस्तान को अलग करने पर विचार कर रहे हैं, ये उनकी योजना है, इसलिए मैं दबाव डाल रहा हूं.’

गठबंधन सरकार पर अमेरिका परस्त होने का लगाया आरोप
इमरान खान ने दावा किया कि पाकिस्तान की गठबंधन सरकार हर तरह से अमेरिका को खुश करेगी. उन्होंने दलील दी कि पीएमएल-एन सुप्रीमो नवाज शरीफ और पीपीपी के सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी ने हमेशा अमेरिका, भारत और इज़राइल का गठजोड़ बनाने के लिए काम किया है. उनकी (सरकार) योजना पाकिस्तान को मजबूत करने की नहीं है. पूर्व प्रधानमंत्री ने दावा किया कि भारत उन्हें सत्ता में पसंद नहीं करता क्योंकि वह एक स्वतंत्र विदेश नीति चाहते थे.