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चीनी विश्लेषक ने कहा, सीमा पर भारत के 'उकसावे' से आपसी विश्वास हो सकते हैं 'ध्वस्त'

चीनी विश्लेषक का कहना है कि सीमा पर भारत के 'उकसावे' के कारण दोनों देशों के आपसी विश्वास 'ध्वस्त' हो सकते हैं और द्विपक्षीय संबंध कमज़ोर होंगे।

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pradeep tripathi
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चीनी विश्लेषक ने कहा, सीमा पर भारत के 'उकसावे' से आपसी विश्वास हो सकते हैं 'ध्वस्त'
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चीनी विश्लेषक का कहना है कि सीमा पर भारत के 'उकसावे' के कारण दोनों देशों के आपसी विश्वास 'ध्वस्त' हो सकते हैं और द्विपक्षीय संबंध कमज़ोर होंगे।

चीनी विश्लेषक का ये बयान उस समय आया है जब हाल ही में भारतीय सेना ने हाल ही में कहा था कि डोकलाम में हुए गतिरोध के बाद से भारत सीमा पर सैनिकों की ज्यादा संख्या में तैनात कर रही है साथ ही वहां पर गश्त बढ़ा दी है। इसके साथ ही सीमा पर इंफ्रास्ट्रक्चर को भी बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है।

सेना ने ये भी कहा था कि डोकसाल जैसी घटनाओं को रोकने के लिये भारत, चीन और म्यामार के ट्राई-जंक्शन में भी गश्त बढ़ा दी गई है।

सीमा पर भारत के इस कदम पर प्रतिक्रिया देते हुए शंघाई इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल स्टडीज़ की सेंटर फॉर एशिया पैसेफिक स्टडीज़ के निदेशक झाओ गैनचेंग ने दावा किया है कि सीमा पर भारत के 'उकसावे' से आपसी विश्वास ध्वस्त हो जाएगा और द्विपक्षीय संबंध कमज़ोर पड़ेगा।

उन्होंने चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स से कहा, 'भारत सीमा पर सैन्य तैनाती बढ़ा रहा है क्योंकि उसने कभी भरोसा ही नहीं किया कि सीमाई क्षेत्र शामत रह सकता है।'

उन्होंने कहा, 'भारत को लगता है कि सीमा पर चीन के साथ लड़ाई होनी ही है।'

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झाओ ने कहा, 'भारत का उकसावा आपसी विश्वास को ध्वस्त कर देगा और संवेदनशील स्थिति को और खराब कर देगा।'

उन्होंने कहा कि आपसी सैन्य अविश्वास हर क्षेत्र में भारत-चीन के संबंध को खतरे में डालेगा जिसमें कूटनीतिक, आर्थिक, और सांस्कृतिक संबंध शामिल हैं।

भारतीय अधिकारियों ने कहा कि तिब्बत इलाके के पास भारत के सुदूर पूर्वी शहर वालोंग से करीब 50 किलोमीटर दूर स्थित ट्राई जंक्शन भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। जिससे उसे पास के पर्वतीय दर्रों और दूसरे क्षेत्रों में अपना प्रभुत्व बनाए रखने में मदद मिलती है।

भारतीय सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि चीनी सैनिकों ने ट्राई जंक्शन में अक्सर घुसपैठ नहीं की है, लेकिन उन्होंने इस इलाके के पास एक सड़क बना ली है जो उनकी सेना के वहां पहुंचने में मददगार साबित होगा।

2017 में भारत और चीन के सैनिकों के बीच सिक्किम सेक्टर में डोकलाम में 73 दिन तक गतिरोध बना रहा। 16 जून को चीनी सैनिकों को विवादित क्षेत्र में भारतीय सैनिकों ने सड़क बनाने से रोक दिया था। जिसके बाद दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने थीं। कूटनीतिक माध्यमों से इस गतिरोध को आखिरकार 28 अगस्त को खत्म किया गया।

इस गतिरोध के बाद भारत ने चीन से लगी सीमा पर ज्यादा सैनिक तैनात कर दिये हैं और गश्त भी बढ़ा दी है।

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Source : News Nation Bureau

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