logo-image

चीन का गुस्सा हुआवेई (Huawei) के लिए खड़ी कर सकता है मुसीबत

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय वरिष्ठ अधिकारियों ने इस बात की आशंका जाहिर की है. बता दें कि भारत आने वाले महीनों में 5G नेटवर्क की वास्तविक स्थिति का परीक्षण करने के लिए अपने पहले क्षेत्र परीक्षण को लेकर तैयार है.

Updated on: 26 Aug 2019, 12:35 PM

नई दिल्ली:

चीन के द्वारा हाल के हफ्तों में अपनाई गई आक्रामक मुद्रा की वजह से भारत में आगामी 5 जी परीक्षण हुआवेई (Huawei) के लिए नकारात्मक साबित हो सकता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय वरिष्ठ अधिकारियों ने इस बात की आशंका जाहिर की है. एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक मौजूदा स्थिति ने इस आशंका को और अधिक बढ़ा दिया है. बता दें कि भारत आने वाले महीनों में 5G नेटवर्क की वास्तविक स्थिति का परीक्षण करने के लिए अपने पहले क्षेत्र परीक्षण को लेकर तैयार है.

यह भी पढ़ें: Sensex Open Today 26 Aug: शेयर बाजार में जोरदार तेजी, सेंसेक्स 663 प्वाइंट उछला

अविश्वसनीय इकाई सूची" तैयार कर रहा है चीन
मई में चीनी वाणिज्य मंत्रालय ने कहा था कि बीजिंग एक "अविश्वसनीय इकाई सूची" तैयार कर रहा है जिसमें ऐसे संगठन शामिल होंगे जो गैर-वाणिज्यिक कारणों से चीनी कंपनियों को आपूर्ति अवरुद्ध करते हैं या अन्यथा उनके हितों को नुकसान पहुंचाते हैं. पिछले महीने चीन ने भारत सरकार को बताया था कि हुआवेई पर रोक लगाने से चीन में काम कर रही भारतीय कंपनियों को परिणाम भुगतना पड़ सकता है.

यह भी पढ़ें: ऑनलाइन ट्रांजैक्शन को लेकर RBI का बड़ा फैसला, ग्राहकों को मिलेगी ये सुविधा

बता दें कि चीन ने हुआवेई टेक्नोलॉजी (Huawei Technologies) के भारत में प्रतिबंध को लेकर कड़ी चेतावनी दी थी. चीन का कहना है कि अगर भारत में हुआवेई पर व्यापार करने पर प्रतिबंध लगता है तो चीन अपने यहां कारोबार करने वाली भारतीय कंपनियों पर प्रतिबंध लगाने के लिए बाध्य होगा. दूरसंचार उपकरण बनाने वाली चीनी कंपनी हुवावेई ने अमेरिकी कंपनियों से प्रौद्योगिकी खरीदने की पाबंदी से मिली तीन महीने की मोहलत को पिछले हफ्ते खारिज कर दिया था. कंपनी ने कहा कि यह फैसला इस तथ्य को नहीं बदल सकता है कि हुवावेई के साथ "अनुचित व्यवहार " किया गया है.

यह भी पढ़ें: Indian Railways: ट्रेन 1 घंटे से अधिक लेट हुई तो मिलेगा मुआवजा, पढ़ें पूरी खबर

हुआवे पर प्रतिबंध लगा सकता है भारत
गौरतलब है कि भारत ने नेक्स्ट जेनरेशन 5G सेल्युलर नेटवर्क के इंस्टालेशन की बिडिंग प्रक्रिया को अगले महीने तक रोक दिया था. वहीं भारत सरकार ने अब तक चीन की टेलीकॉम कंपनियों को 5जी बिडिंग प्रक्रिया में शामिल होने के लिए नहीं बुलाया है. यही वजह है कि चीन की चिंता बढ़ गई है. बता दें कि हुआवेई 5G टेक्नोलॉजी वाली विश्व की बड़ी टेलीकॉम कंपनियों में से एक मानी जाती है.