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डाकोला से भारत हटाए जवान, तभी होगी बातचीत: चीन

गुरुवार को चीन ने एक बार फिर से भारत को डाकोला से अपने जवानों को वापस बुलाने को कहा है।

गुरुवार को चीन ने एक बार फिर से भारत को डाकोला से अपने जवानों को वापस बुलाने को कहा है।

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Deepak Kumar
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डाकोला से भारत हटाए जवान, तभी होगी बातचीत: चीन

भारत-चीन के बीच तनाव (फाइल फोटो)

डाकोला में भारत और चीन के बीच चल रही तनातनी अब पहले आप तो पहले आप पर आकर टिक गई है। दोनों देश बातचीत के लिए एक दूसरे को पहले सेना हटाने की मांग कर रहा है। गुरुवार को चीन ने एक बार फिर से भारत को डाकोला से अपने जवानों को वापस बुलाने को कहा है।

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चीन ने कहा, 'भारत डाकोला से अपनी सेना हटाए, तभी बातचीत होगी।'

वहीं गुरुवार को राज्यसभा में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बयान देते हुए स्पष्ट लहजे में कहा कि भारत सिक्किम के डाकोला से तभी सेना को हटाएगा, जब चीन अपनी सेना को वापस बुलाएगा।

चीन ने दोहराया है कि भारत से बातचीत के लिए हमारी पहली शर्त है यही है कि सिक्किम क्षेत्र सीमा के पास डाकोला से सैनिकों को हटाया जाए। तभी सार्थक बातचीच हो सकती है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने एक प्रेस सम्मेलन में कहा, 'हमारे कूटनीतिक माध्यम खुले हुए हैं और दोनों पक्षों के बीच संवाद व किसी भी सार्थक संवाद के लिए भारतीय सीमा के जवानों को हटाया जाना इसकी शर्त है।'

लू ने कहा, 'सिक्किम क्षेत्र में हुई घटना से साफ है कि भारतीय सीमा के जवानों ने अवैध तौर पर चीनी क्षेत्र में घुसपैठ की।' चीन, भूटान और भारत की सीमा डाकोला में मिलती है। यह तीनों देशों के लिए सामरिक रूप से महत्वपूर्ण है।

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि सीमा विवाद के मामले में भारत पंचशील समझौते के तहत काम कर रहा है और चीन को भी इस समझौते का पालन करना चाहिए। सुषमा स्वराज ने कहा, 'हम चाहते हैं की डाकोला में यथास्थिति बहाल हो। दोनों देश अपनी सेना डाकोला से हटाए।'

उन्होंने साफ शब्दों में कहा, 'भारत का रूख साफ है। डाकोला से भारत अपनी सेना तभी हटाएगा जब चीन वहां से अपनी सेना हटा ले।' विदेश मंत्री ने डाकोला में चीन की मौजूदगी को सुरक्षा के लिए चुनौती बताया।

सुषमा ने कहा, 'इस मामले में सारे देश हमारे साथ हैं। देश समझ रहा हैं की भारत ने जो अपना मत रखा है वह गलत नहीं है।' दरअसल विपक्षी दल सरकार से ताजा तनाव को लेकर भारत की चीन के प्रति रूख बताने की मांग कर रहे थे। जिसके बाद केंद्र सरकार ने पहली बार खुलकर अपनी राय रखी है।

सिक्किम सेक्टर के डाकोला में पिछले करीब एक महीने से भारत और चीन की सेनाओं के बीच तनाव है। चीन ने बार-बार कहा है कि भारत पहले डाकोला से सेना को हटाए तभी भारत से किसी तरह की बातचीत होगी।

चीन और भारत के बीच 3,488 किमी लंबी सीमा है, जिसमें से 220 किमी सिक्किम में पड़ती है, जहां डोकलाम स्थित है। डोकलाम भारत, चीन व भूटान के बीच तिराहा है।

चीन डोकलाम पर दावा करता है, जबकि भारत व भूटान इसे खारिज करते हैं और डोकलाम के स्वामित्व को एक लंबित मुद्दा बताते हैं। चीन ने कहा कि भारत ने चीनी सीमा में अवैध तौर पर दाखिल होकर अंतर्राष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन किया है। इसके पीछे चीन की कोशिश अंतर्राष्ट्रीय समर्थन हासिल करने की है।

Source : News Nation Bureau

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