संयुक्त राष्ट्र में भारत ने इस बार ऐतिहासिक कदम उठाते हुए इजरायल के पक्ष में मतदान किया है. संयुक्त राष्ट्र (UN) की आर्थिक और सामाजिक परिषद (ECOSOC) में फिलस्तीन के मानवाधिकार संगठन 'शहीद' को पर्यवेक्षक का दर्जा देने के लिए यह वोटिंग हुई थी. भारत के अलावा इजरायल के पक्ष में मतदान करने वाले देशों में अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, जापान, ब्रिटेन, दक्षिण कोरिया और कनाडा शामिल हैं. वहीं चीन, रूस, सऊदी अरब, पाकिस्तान सहित कुछ अन्य देशों ने फिलस्तीन के पक्ष में वोट डाले. इसलिए शहीद को संयुक्त राष्ट्र में पर्यवेक्षक का दर्जा देने का प्रस्ताव 28-14 के बहुमत से खारिज हो गया.
Thank you #India for standing with @IsraelinUN and rejecting the request of terrorist organization “Shahed” to obtain the status of an observer in #UN. Together we will continue to act against terrorist organizations that intend to harm. pic.twitter.com/erHTfuY1A1
— Maya Kadosh (@MayaKadosh) June 11, 2019
भारत अब तक इजरायल और फिलस्तीन दोनों को अलग और स्वतंत्र देश मानता रहा है. हालांकि संयुक्त राष्ट्र में बदले हालात में भारत ने इजरायल के पक्ष में वोटिंग करने का फैसला लिया. भारत के इस ऐतिहासिक कदम को लेकर इजरायल ने आभार जताया है. भारत में इज़रायल की राजदूत माया कदोष ने ट्वीट कर भारत को शुक्रिया कहा.
माया कदोष ने अपने ट्वीट में लिखा, 'संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के साथ खड़ा होने और पर्यवेक्षक का दर्जा हासिल करने के आतंकवादी संगठन शहीद के अनुरोध के खिलाफ मतदान करने के लिए भारत का लाख लाख शुक्रिया. हम एक साथ मिलकर उन आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करना जारी रखेंगे, जो मानवता को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं.'