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सीमा पर तनाव के बीच भारत-चीन के NSA कर सकते हैं द्विपक्षीय बातचीत

विदेश मंत्रालय ने कहा कि ब्रिक्स देशों के एनएसए के सम्मेलन के दौरान मेजबान देश द्वारा प्रतिनिधिमंडलों के प्रमुखों के बीच द्विपक्षीय बैठक की व्यवस्था करने की परंपरा है।

Updated on: 24 Jul 2017, 08:17 PM

बीजिंग:

चीन ने सोमवार को संकेत दिया कि सीमा पर गतिरोध के बीच ब्रिक्स देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों (एनएसए) की बैठक से इतर उसके शीर्ष राजनयिक यांग जीची भारत के एनएसए अजीत डोभाल के साथ द्विपक्षीय बैठक कर सकते हैं।

विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसे यांग तथा डोभाल की अलग से किसी बैठक की जानकारी नहीं है, लेकिन सम्मेलन के दौरान मेजबान देश द्वारा प्रतिनिधिमंडलों के प्रमुखों के बीच द्विपक्षीय बैठक की व्यवस्था करने की परंपरा है।

बीजिंग ने सिक्किम सेक्टर के डोकलाम में भारतीय सैनिकों की वापसी तक किसी भी तरह की सीमा वार्ता से इनकार किया है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लु कांग ने कहा, 'मेरे पास अभी कोई प्रासंगिक जानकारी नहीं है। जहां तक मेरी जानकारी है, मेजबान देश प्रतिनिधिमंडल प्रमुखों के बीच द्विपक्षीय बैठकों की व्यवस्था करता है, जिनमें वे द्विपक्षीय संबंधों, ब्रिक्स सहयोग तथा बहुपक्षीय मामलों पर विचारों का आदान-प्रदान करते हैं।'

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ब्रिक्स के एनएसए की दो दिवसीय बैठक 27 जुलाई से शुरू होगी। लु ने कहा, 'बैठक राजनीति व सुरक्षा सहयोग पर चर्चा करने का एक मुख्य मंच है।' उन्होंने कहा, 'वर्तमान में वैश्विक भू-राजनीतिक कारक जटिल तथा एक-दूसरे से उलझे हुए हैं और क्षेत्रीय तनाव चरम पर है।'

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