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अफगानी नागरिकों की मदद कर सकता है भारत, मॅास्को बैठक में दिया संदेश

एक बार फिर भारत ने अफगानी नागरिकों की मानवीय मदद करने का प्रस्ताव दिया है. अफगानिस्तान के ताजा हालातों को लेकर मॅास्को में हाई लेवल बैठक का आयोजन किया गया.

Updated on: 21 Oct 2021, 02:59 PM

highlights

  • तालिबानी नुमाइंदों व भारतीय अधिकारियों के बीच हुई बैठक 
  • भारतीय अधिकारियों ने अफगानी नागरिकों की मानवीय मदद का प्रस्ताव रखा 
  • नागरिकों को वैक्सीन की खेप देने का भी भरोसा 

नई दिल्ली :

एक बार फिर भारत ने अफगानी नागरिकों की मानवीय मदद करने का प्रस्ताव दिया है. अफगानिस्तान के ताजा हालातों को लेकर मॅास्को में हाई लेवल बैठक का आयोजन किया गया. जिसमं तालिबानी नुमाइंदों व भारतीय अधिकारियों के बीच अफगानी नागरिकों को लेकर कई मुद्दों पर बात हूई. जानकारी के मुताबिक भारतीय अधिकारियों ने अफगानी नागरिकों के लिेए मानवीय मदद करने का प्रस्ताव रखा है. साथ ही वहां के लोगों को वैक्सीन देने के लिए भी कहा है. हालाकि अभी क्या-क्या मदद दी जाएगी इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है.  आपको बता दें कि भारत और तालिबान के उच्चाधिकारियों की ये दूसरी बैठक है.

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आतंकवाद को लेकर बात

भारत ने आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई के मुद्दे पर भी खुलकर अपनी अपेक्षाएं साफ की. बैठक में भारत की ओर से जहां विदेश मंत्रालय में पाकिस्तान-अफगानिस्तान- ईरान मामलों के प्रभारी संयुक्त सचिव जेपी सिंह मौजूद थे. वहीं तालिबानी निजाम के मुख्य नुमाइंदे बैठक में मौजूद थे. आपको बता दें कि अफगानिस्तान में तालिबानी निजाम के आने के बाद यह दूसरा मौका था जब भारत और तालिबान प्रतिनिधियों के बीच सीधी मुलाकात हुई. इससे पहले 31 अगस्त को दोहा में तालिबान नेता शेर मोहम्मद अब्बास स्तानिकजई की अगुवाई में एक दल भारत के राजदूत दीपक मित्तल से मिला था..

दिए थे संकेत 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 अक्टूबर को अफगानिस्तान के हालात पर हुई जी-20 देशों की बैठक में दिए भाषण के दौरान ही इसके संकेत दे दिए थे. पीएम मोदी ने कहा था कि अफगानिस्तान के लोग गंभीर मानवीय संकट से गुजर रहे हैं. भारत उनकी पीड़ा को समझ सकता है. अफगान लोगों के लिए अंतरराष्ट्रीय मानवीय मदद के दरवाजे खुले रखने की जरूरत है. हालांकि मॉस्को में हुई मुलाकात और मानवीय सहायता प्रस्तावों पर भारत सरकार की तरफ से फिलहाल कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया गया है.