भारत ने साफ कर दिया है कि पड़ोसी देशों को तरजीह देने में वो किसे महत्व दे रहा है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा है कि भारत के लिये 'पड़ोसी पहले' की नीति के तहत बांग्लादेश सबसे आगे है।
बांग्लादेश की यात्रा पर गईं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा, 'भारत और बांग्लादेश के बीच अब भी कई मुद्दे ऐसे हैं, जो सुलझे नहीं हैं। लेकिन मैं इतना जरूर कहूंगी कि इन मुद्दों को सुलझाने के लिए दोनों तरफ से पूरी ईमानदारी से कोशिश हो रही है।'
उन्होंने कहा कि भारत की नीति 'पड़ोसी पहले' की रही है। इसी के तहत हम चाहते हैं कि बांग्लादेश आगे बढ़े। इससे पहले भारत और बांग्लादेश के बीच आतंकवाद पर चर्चा हुई थी।
रविवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के बीच मुलाकात हुई और दोनों ने द्विपक्षीय मुद्दों के साथ ही आतंकवाद और व्यापार पर भी चर्चा की।
दोनों पक्षों ने समाज को विघटनकारी, नस्ली व आतंकी हमलों से बचाने के लिए मिलकर काम करने के प्रति प्रतबद्धता भी जताई।
और पढ़ें: म्यांमार वापस भेजा जाना ही रोहिंग्या समस्या का समाधान: सुषमा
सुषमा स्वराज और शेख हसीना के बीच रोहिंग्या शरणार्थियों के मुद्दे पर भी चर्चा की। दोनों देशों ने इस बात पर ज़ोर दिया कि म्यांमार को रोहिंग्या शरणार्थियों को वापस लेना चाहिये। साथ ही उसे आतंकियों और आम नागरिकों में फर्क करना पड़ेगा।
और पढ़ें: गुजरात चुनाव: रिश्वतखोरी मामले पर कांग्रेस की मांग, SC का जज करे जांच
Source : News Nation Bureau