कई लोगों को डर है कि पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान द्वारा विकसित किया गया गहरा ध्रुवीकरण देश के लिए घातक सिद्ध हो सकता है. यह देश को और अधिक राजनीतिक उथल-पुथल में डाल सकता है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसे हालात में नए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, जो अपने कौशल के लिए अधिक जाने जाते हैं, एक करिश्माई नेता की तुलना में एक प्रशासक के रूप में सफल होने में असमर्थ हो सकते हैं.
हाल के दिनों में खान की भड़काऊ रैली, जो पूरे जोश के साथ अभियान की राह पर चल पड़ी थी. उन्होंने अपने विरोधियों को 'विदेशी साजिश' के हिस्से के रूप में कलंकित किया, चाहे वह उनके राजनीतिक दल के बागी सदस्य रहे हों या मीडिया, कार्यकर्ता, बुद्धिजीवी और न्यायपालिका हो. खान पर व्यापक रूप से लिखने वाले एक विश्लेषक परवेज हुडभॉय ने पूर्व पीएम को 'एक सच्चे लोकलुभावन' कहा.
हुडभॉय ने कहा, "खान ने पाकिस्तान का चरम स्तर पर ध्रुवीकरण कर दिया है. आने वाले दिन अराजक होंगे, क्योंकि सत्ता के लिए उनकी अतृप्त लालसा उन्हें इस देश के लिए वास्तव में खतरनाक बनाती है." बीते चार वर्षो तक पीएम पद पर काबिज रहे खान ने अपने इस बयान को आगे बढ़ाना जारी रखा है कि जिस अविश्वास मत ने उन्हें सत्ता से बाहर कर दिया, वह पश्चिम की एक 'विदेशी साजिश' थी. इसके लिए उन्होंने एक अमेरिकी राजनयिक के पत्राचार का हवाला दिया था. द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान भर के शहरों और कस्बों की सड़कों पर खान के पश्चिम की साजिश का शिकार होने की कहानी असरदार और व्यापक रही है, और हजारों लोग उसके समर्थन में जुटते रहे हैं.
Source : News Nation Bureau