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इमरान खान के करीबी शहबाज गिल देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार

शहबाज गिल आरे न्यूज के एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे. वहां उन्होंने शहबाज शरीफ पर जमकर भड़ास निकाली और कहा कि शरीफ ने इमरान खान को पाकिस्तानी सेना के खिलाफ खड़ा करने का प्रयास किया.

Updated on: 10 Aug 2022, 05:56 PM

highlights

  • आरे टीवी चैनल के कार्यक्रम में गिल ने की देशद्रोह की श्रेणी वाली बातें
  • पुलिस ने गिरफ्तार कर शहबाज गिल से मास्टर माइंड के बारे में पूछा
  • गिल ने इमरान का नाम लेकर फवाद चौधरी का भी किया जिक्र

इस्लामाबाद:

पाकिस्तान के भूतपूर्व वजीर-ए-आजम इमरान खान (Imran Khan) नियाजी के करीबी शहबाज गिल (Shahbaz Gill) के पाकिस्तानी सेना के खिलाफ देशद्रोही बातें कहने के आरोप में गिरफ्तारी से पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के नेता और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shahbaz Sharif) के बीच फिर से तलवारें खिंच आई हैं. अप्रैल में अविश्वास प्रस्ताव के जरिये सत्ता से हटाए गए इमरान खान लगातार पीएम शहबाज शरीफ, पाकिस्तानी सेना पर अमेरिका के साथ साजिश रच उन्हें सत्ता से बाहर करने का आरोप लगाते आए हैं. हालांकि अमेरिका समेत शहबाज शरीफ और पाकिस्तानी सेना इन आरोपों को सिरे से खारिज करती आई हैं. गिल की गिरफ्तारी के बाद एक अन्य पीटीआई नेता और इमरान सरकार में मंत्री रहे फवाद चौधरी (Fawad Chaudhary) पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. 

आरे न्यूज चैनल भी हुआ बंद
शहबाज गिल आरे न्यूज के एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे. वहां उन्होंने शहबाज शरीफ पर जमकर भड़ास निकाली और कहा कि शरीफ ने इमरान खान को पाकिस्तानी सेना के खिलाफ खड़ा करने का प्रयास किया. हालांकि पाकिस्तान की इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेग्युलेटरी अथॉरिटी ने आरे न्यूज को को झूठी, नफरती और देशद्रोह के श्रेणी में आने वाली बातें प्रसारित करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है.  नोटिस जारी होते ही इमरान खान और उनकी पार्टी के करीबी माने जाने वाले चैनल का प्रसारण रोक दिया गया. कुछ देर बाद चैनल के सभी कार्यक्रम ही स्थगित कर ऑफ एयर कर दिया गया. यह सब गिल की गिरफ्तारी के बाद हुआ.

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इस्लामाबाद पुलिस ने गिरफ्तार कर की पूछताछ
इस्लामाबाद पुलिस के मुताबिक गिल को सरकार, सरकारी विभागों के खिलाफ बयान देने और लोगों को विद्रोह के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. इस घटना को शर्मनाक बताते हुए इमरान खान ने ट्वीट किया कि जिस अंदाज में गिल को गिरफ्तार किया गया है, वह गिरफ्तारी कम अपहरण अधिक लग रही है. गौरतलब है कि गिल पर देशद्रोह का आरोप सिद्ध होने पर उन्हें सजा-ए-मौत की सजा हो सकती है. ऐसी मीडिया रिपोर्ट भी हैं, जिनमें कहा गया है कि पुलिस और संयुक्त जांच दल की पूछताछ में गिल के साथ मारपीट भी की गई है. पुलिस और संयुक्त जांच दल यह जानने का प्रयास कर रहा है कि 8 अगस्त आरे प्रकरण का मास्टर माइंड कौन है, जिसके इशारे पर सेना में विद्रोह कराने के प्रयास हुए.

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फवाद चौधरी पर भी गिरफ्तारी की तलवार
पुलिस सूत्रों के मुताबिक पुलिस इस्लामाबाद स्थित आरे चैनल के ऑफिस भी गई और कर्मचारियों से पूछताछ की. आरे चैनल का न्यूज एंकर अरशद शरीफ पाकिस्तान से निकल भागने में सफल रहा है. गिल की गिरफ्तारी के बाद अरशद शरीफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. गिल के बयान के मुताबिक इस सारी योजना के पीछे इमरान खान हैं, जिस पर अमल की जिम्मेदारी शहबाज गिल और पीटीआई के वरिष्ठ नेता फवाद चौधरी को सौंपी गई थी. यह अलग बात है कि फंस शहबाज गिल गए और अब फवाद पर भी खतरा मंडरा रहा है. इस नाटकीय घटनाक्रम के बाद इमरान खान के 13 अगस्त के लाहौर जलसा पर भी अनिश्चितता के बादल मंडराने लगे हैं.