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युद्ध की भाषा बोल रहे इमरान खान और जनरल बाजवा, पाकिस्‍तान फिर उठा सकता है यह बड़ा कदम

पाकिस्तानी मीडिया में चल रही खबरों की मानें तो पाकिस्‍तान कश्मीर मुद्दे पर लगातार भारत को दबाव में लाने की कोशिश कर रहा है.

Updated on: 07 Aug 2019, 03:33 PM

highlights

  • बालाकोट एयरस्‍ट्राइक के बाद भी पाकिस्‍तान ने उठाया था यह कदम
  • अभी जून माह में ही पाकिस्‍तान ने भारत के लिए खोला था एयरोस्‍पेस 

New Delhi:

जम्‍मू-कश्‍मीर में भारत सरकार द्वारा बड़ा कदम उठाए जाने के बाद से पाकिस्‍तान में बेचैनी का आलम है. पाकिस्‍तान को अब युद्ध का डर भी सताने लगा है. इसी कारण पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री और वहां के आर्मी चीफ सभी युद्ध की भाषा बोलने लगे हैं. अब कहा जा रहा है कि पाकिस्‍तान एक बार फिर अपना एयरस्पेस भारत के लिए बंद कर सकता है. पाकिस्तानी मीडिया में चल रही खबरों की मानें तो पाकिस्‍तान कश्मीर मुद्दे पर लगातार भारत को दबाव में लाने की कोशिश कर रहा है. इसी कड़ी में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने सऊदी प्रिंस, तुर्की, मलेशिया समेत 6 देशों के नेताओं से बात की है. हालांकि भारत पर इसका कोई असर होता नहीं दिख रहा है. अब कहा जा रहा है कि पाकिस्तान भारत के लिए एयरस्पेस बंद करने के फिराक में है. हालांकि अभी पाकिस्‍तान की ओर से इस बारे में कोर्इ आधिकारिक बयान नहीं आया है.

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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान यहां तक कह चुके हैं कि भारत के साथ युद्ध होता है तो पाकिस्‍तान इसके लिए पूरी तरह तैयार है. इसी कारण पाकिस्तान ने पूर्वी सीमा पर फौज की संख्‍या बढ़ा दी है. हाई लेवल बैठकें हो रही हैं. संसद के संयुक्‍त सत्र में भारत के कदम के खिलाफ प्रस्‍ताव पारित किया गया.

दूसरी ओर, कश्‍मीर में भारत द्वारा उठाए गए कदमों के विरोध में पाकिस्‍तान के कट्टरपंथी सड़कों पर उतर आए हैं. पेशावर, लाहौर, कराची समेत पाकिस्तान के कई शहरों में मोदी सरकार के फैसले के खिलाफ रैलियां निकाली जा रही हैं.

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जून में ही पाकिस्‍तान ने खोला था एयरोस्‍पेस
बालाकोट में भारत द्वारा एयरस्ट्राइक किए जाने के 4 महीने बाद पाकिस्तान ने भारतीय हवाई जहाजों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया था. पाकिस्तान ने लगभग 4 माह बाद जून में एयरस्पेस खोला था. इस कारण भारत से यूरोप और खाड़ी देशों को जाने वाली सभी फ्लाइट गुजरात के ऊपर से अरब सागर पार करते हुए जा रही थीं. इससे एयर इंडिया को 491 करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा था.