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इमरान खान को सत्ता से बेदखल करने के लिए आजादी मार्च को लेकर बन रही ये प्लानिंग

जमीयत-ए-उलेमा-फजल (जेयूआई-एफ) व सरकार के बीच होने वाली निर्धारित वार्ता रद्द हो गई है, लेकिन जेयूआई-एफ ने आजादी मार्च को लेकर ये प्लानिंग की है.

Updated on: 20 Oct 2019, 10:40 PM

नई दिल्ली:

जमीयत-ए-उलेमा-फजल (जेयूआई-एफ) व सरकार के बीच होने वाली निर्धारित वार्ता रद्द हो गई है, लेकिन जेयूआई-एफ ने आजादी मार्च पर सलाह के लिए 24 अक्टूबर को महत्वपूर्ण बैठक करने का फैसला किया है. विवरण के अनुसार, बैठक जेयूआई-एफ के प्रमुख फजलुर रहमान के पर्यवेक्षण में होगी. इसमें सरकार विरोधी प्रदर्शन के इंतजामात पर चर्चा होगी.

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प्रतिभागी संघीय राजधानी इस्लामाबाद में विरोध प्रदर्शन की अगुवाई करने की अंतिम रणनीति पर भी विचार-विमर्श करेंगे. सरकार के साथ वार्ता रद्द होने पर सूत्रों ने कहा कि जेयूआई-एफ के अब्दुल गफूर हैदरी व सीनेट चेयरमैन संजारी की आज मुलाकात निर्धारित थी. सूत्रों के अनुसार, सरकार के साथ वार्ता करने का फैसला अब रहबर कमेटी द्वारा किए जाएगा. रहबर कमेटी की एक बैठक 22 अक्टूबर को बुलाई गई है.

सूत्रों ने आगे बताया कि जेयूआई-एफ के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने विपक्षी नेताओं के साथ चर्चा के बाद रहबर कमेटी के साथ वार्ता का फैसला सरकार को सौंप दिया. सूत्रों ने दावा किया कि जेयूआई-एफ का मानना है कि ऐसी प्रभाव बनाया जा रहा है कि वे (जेयूआई-एफ) सरकार के साथ बातचीत करना चाहते हैं. इस धारणा को खत्म करने के लिए फजल ने सभी विपक्षी नेताओं से संपर्क किया और उन्हें भरोसे में लिया और उनसे कहा कि वार्ता के मद्देनजर रहबर कमेटी फैसला करेगी.

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जियो न्यूज से बातचीत करते हुए हैदरी ने सरकार व जेयूआई-एफ के बीच वार्ता रद्द करने की पुष्टि की. हैदरी ने कहा, "हमने सादिक संजरानी को बैठक के रद्द होने के बारे में सूचित कर दिया है." उन्होंने कहा कि हमे उम्मीद है कि सादिक संजरानी रहबर कमेटी से जल्द संपर्क करेंगे.