पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान ने कहा है कि कानून का शासन नहीं होने पर देश में लोकतंत्र का कोई भविष्य नहीं है।
पूर्व प्रधानमंत्री ने 9 मई की हिंसा के बाद उनकी पार्टी पर चल रही कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा, कानून के शासन के बिना, हमारे पास न तो लोकतंत्र (स्वतंत्रता) या समृद्धि और न ही भविष्य होगा।
मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने यह भी बताया कि कानून के शासन सूचकांक में पाकिस्तान काफी नीचे गिर गया है।
खान ने कहा, पीटीआई पर कार्रवाई से पहले कानून के शासन सूचकांक में पाकिस्तान 140 देशों में 129वें स्थान पर था। हमारे मौलिक अधिकारों पर हमले का ऐसा अनुभव देश ने पहले कभी नहीं किया गया था। आज, हम म्यांमार और सूडान के स्तर तक गिर गए हैं जहां जिसकी लाठी उसकी भैंस ही कानून है।
इससे पहले, खान ने एक साक्षात्कार में भी अपनी पार्टी पर कार्रवाई के लिए सरकार की आलोचना की थी।
इंडिपेंडेंट उर्दू के साथ एक साक्षात्कार में खान ने कहा, संविधान और कानून हमें शांतिपूर्वक विरोध करने की अनुमति देते हैं। सरकार ने 23,000 पीटीआई कार्यकर्ताओं की एक सूची बनाई और 10,000 को गिरफ्तार किया है।
द न्यूज के हवाले से उन्होंने दावा किया कि बंदियों को उनके वकीलों से मिलने नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर नागरिकों पर सैन्य अदालतों में मुकदमा चलाया जाएगा तो समझिए लोकतंत्र खत्म हो गया है।
खान ने कहा, सेमी मार्शल लॉ लागू कर दिया गया है। वे पीटीआई को कुचलने की योजना बना रहे हैं।
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Source : IANS