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Hyderabad Justice: पूरी दुनिया में हुई हैदराबाद एनकाउंटर की कवरेज, जानिए किसने क्या कहा

पुलिस के द्वारा जारी बयान में बताया गया है कि पुलिस ने पहले तो चारों को चेतावनी दी लेकिन चारों नहीं माने तो अंतत: पुलिस को चारों अपराधियों को मौत के घाट उतारना ही पड़ा. बताया जा रहा है कि इस मामले में दो पुलिसवाले भी जख्मी हुए है.

Updated on: 07 Dec 2019, 10:29 AM

highlights

  • तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में हुए एनकाउंटर पर पूरे देश की नहीं बल्कि पूरे दुनिया की नजर रही.
  • इस एनकाउंटर के बाद शुक्रवार को पूरे देश में खुशी का माहौल है लेकिन विदेशी मीडिया ने इस मामले पर गंभीरता जताई है. 
  • कार्यकर्ताओं और वकीलों ने इस मुठभेड़ पर सवाल उठाए हुए इसे गैर न्यायिक प्रक्रिया बताया है.

नई दिल्ली:

International Media on Hyderabad Encounter: तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में हुए एनकाउंटर पर पूरे देश की नहीं बल्कि पूरे दुनिया की नजर रही. हैदराबाद पुलिस ने 6 दिसंबर को महिला वेटनरी डॉक्टर से गैंगरेप मामले में गिरफ्तार चारों आरोपियों का उस वक्त एनकाउंटर कर दिया जब उन चारों को रात के अंधेरे में घटनास्थल पर सीन रिक्रिएशन के लिए ले जाया गया था और उसी वक्त पुलिस की पिस्तौल छीनकर आरोपी भागने का प्रयास करने लगे.

पुलिस के द्वारा जारी बयान में बताया गया है कि पुलिस ने पहले तो चारों को चेतावनी दी लेकिन चारों नहीं माने तो अंतत: पुलिस को चारों अपराधियों को मौत के घाट उतारना ही पड़ा. बताया जा रहा है कि इस मामले में दो पुलिसवाले भी जख्मी हुए है.

हालांकि इस एनकाउंटर के बाद शुक्रवार को पूरे देश में खुशी का माहौल है लेकिन विदेशी मीडिया ने गैर न्यायिक मृत्युदंड की घटनाओं पर चिंता भी जाहिर किया है.

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'द वाशिंगटन पोस्ट' ने हैदराबाद एनकाउंटर पर लिखा कि भारत में आम लोगों ने चारों आरोपितों के मारे जाने पर खुशी जताई है लेकिन कार्यकर्ताओं और वकीलों ने इस मुठभेड़ पर सवाल उठाए हुए इसे गैर न्यायिक प्रक्रिया बताया है. रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि पुलिस ने इसे आत्मरक्षा में की गई कार्रवाई बताया है. वहीं, सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि पुलिस आत्मरक्षा की कहानी बताकर बच जाती है.

जबकि न्यूयॉर्क टाइम्स ने इसे हाल के महीने में भारत के सर्वाधिक घृणित अपराध मामलों में से एक बताया और कहा कि शुक्रवार को इस घटना का अचानक एवं स्तब्धकारी अंत हो गया. न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक इस एनकाउंटर में शामिल पुलिसकर्मियों को नायक बताया जा रहा है और हैदराबाद की सड़कों पर लोगों ने पुलिस अधिकारियों पर गुलाब के फूल बरसाए. वे इसे जघन्य अपराध के त्वरित न्याय का जश्न मना रहे हैं. शुक्रवार को इतने लोग सड़कों पर जश्न मनाने निकल गए कि यातायात बाधित हो गया.

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जबकि बीबीसी ने पूरा फोकस सोशल मीडिया पर इस एनकाउंटर के बाद दिए जा रहे रिएक्शन किया है. बीबीसी ने लिखा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध को लेकर तब बहुत आवाज उठी थी, लेकिन अपराध में कोई कमी नहीं आई।
द गार्जियन ने लिखा है कि बलात्कार और हत्या के मामलों से भारत में लोगों के बीच गुस्सा है, जहां हजारों लोगों ने सड़क पर प्रदर्शन किया और नेताओं तथा लोगों ने ऐसे अपराधियों की पीट-पीटकर हत्या करने की अपील की. वहीं द टेलीग्राफ ने लिखा है कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा के हाई प्रोफाइल मामलों से भारत में गुस्सा बढ़ा है. हैदराबाद की जघन्य घटना के खिलाफ सोमवार को हजारों लोगों ने देश भर में सड़कों पर प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं ने बलात्कार के मामलों को अदालतों के माध्यम से तेजी से निपटाने और कड़े दंड देने की अपील की है.