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अमेरिका में खत्म हुआ बंधक संकट, पाकिस्तान कनेक्शन फिर सामने

मारा गया हमलावर अकरम भी पाकिस्तानी वैज्ञानिक आफिया सिद्दीकी को रिहा किए जाने की मांग करते सुना गया था.

Updated on: 17 Jan 2022, 08:16 AM

highlights

  • बंधक बनाने वाले ने पाकिस्तानी वैज्ञानिक आफिया सिद्दीकी की रिहाई की मांग की
  • टेक्सास की संघीय जेल में बंद सिद्दीकी पर अलकायदा से संबंध होने का संदेह
  • पाकिस्तान भी अमेरिका से लगातार करता रहा है आफिया की रिहाई की मांग

डलास:

अमेरिका के टेक्सास में यहूदियों के एक पूजा स्थल में बंधक बनाए गए चार लोगों को कई घंटे के गतिरोध के बाद शनिवार देर रात रिहा करा लिया गया. इस दौरान सुरक्षाबलों की गोलीबारी में मारे गए संदिग्ध की पहचान ब्रिटिश नागरिक मलिक फैसल अकरम के रूप में हुई है. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस घटना को आतंकवादी कृत्य करार दिया है. एफबीआई ने एक बयान में कहा कि इस बात के कोई संकेत नहीं है कि इस घटना में कोई और भी संलिप्त था. इस घटना के बाद पाकिस्तान पोषित और प्रेरित आतंकवाद की भूमिका एक बार फिर सवालों के घेरे में है. गौरतलब है कि बंधक बनाने वाला हमलावर जिस आफिया सिद्दकी की रिहाई की मांग कर रहा था, वह न सिर्फ पाकिस्तानी मूल की है, बल्कि पाकिस्तान भी उसकी रिहाई की मांग कई बार उठा चुका है.

पाकिस्तानी मूल का ब्रिटिश नागरिक था हमलावर
गौरतलब है कि मारा गया हमलावर अकरम भी पाकिस्तानी वैज्ञानिक आफिया सिद्दीकी को रिहा किए जाने की मांग करते सुना गया था. एफबीआई और पुलिस के प्रवक्ता ने यह बताने से इनकार किया कि अकरम किसकी गोली से मारा गया, जिसके बाद गतिरोध समाप्त हो सका. संदिग्ध व्यक्ति को घटना की लाइवस्ट्रीमिंग (सोशल मीडिया मंच पर सीधा प्रसारण) के दौरान सिद्दीकी को रिहा करने की मांग करते सुना गया, जिसे अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना के अधिकारियों की हत्या के प्रयास के जुर्म में सजा सुनाई गई है.

शनिवार देर रात छुड़ाए गए यहूदी बंधक
डलास टीवी स्टेशन डब्ल्यूएफएए से जारी वीडियो फुटेज में लोग पूजा स्थल के एक दरवाजे से भागकर बाहर निकलते देखे गए, इसके महज कुछ सेकंड बाद बंदूकधारी एक व्यक्ति दरवाजा खोलते और फिर उसे बंद करते दिखा. कुछ समय बाद गोलीबारी की आवाज सुनी गई और फिर धमाके की भी आवाज सुनाई दी. अधिकारियों ने बताया कि कोलीविले में कांग्रिगेशन बेथ इजराइल भवन में बंधक बनाए गए एक व्यक्ति को शनिवार को पहले मुक्त कराया गया और तीन अन्य बंधक एफबीआई की स्वाट टीम के भवन में घुसने के बाद रात करीब नौ बजे बाहर आए.

पाकिस्तान भी आफिया की रिहाई चाहता है
गौरतलब है कि आफिया सिद्दीकी की रिहाई को लेकर पाकिस्तान लगातार अमेरिका से मांग करता आया है. आफिया सिद्दीकी पर अलकायदा के साथ मिलकर अमेरिका के खिलाफ काम करने का आरोप  है. मीडिया के एक वर्ग के द्वारा आफिया को लेडी अलकायदा के नाम से भी पुकारा जाता है, जबकि पाकिस्तान का एक तबका आफिया को राष्ट्र की बेटी कहकर पुकारता है. पाकिस्तान में इस वर्ग ने आफिया की जेल से रिहाई के लिए कैंपेन चलाया है. फिलहाल आफिया अमेरिका की ही एक जेल में बंद है.