हांगकांग विधान परिषद में पहली बार चीन का नेशनल एंथम, 90 नए सदस्यों ने ली शपथ
इस बार मतदान के दौरान रिकॉर्ड स्तर पर कम मतदाता वोट डालने निकले थे. हांगकांग फ्री प्रेस के मुताबिक लगभग 1.3 मिलियन लोगों ने अपने वोट डाले थे. इसके चलते 30.2 फीसदी मतदान ही हो पाया.
highlights
- चीन के कानून बदले जाने के बाद हांगकांग में पहली बार मतदान कराया गया था
- इस बार मतदान के दौरान रिकॉर्ड स्तर पर कम मतदाता वोट डालने निकले थे
- सरकार समर्थक उम्मीदवारों ने हांगकांग की विस्तारित विधायिका में प्रवेश किया
New Delhi:
चीन के कब्जे वाले हांगकांग विशेष प्रशासनिक क्षेत्र (HKSAR) विधान परिषद (Legislative Council) के 90 सदस्यों के लिए शपथ ग्रहण समारोह सोमवार को लेगको कॉम्प्लेक्स के चैंबर में संपन्न हो गया. चुनाव से हांगकांग की चुनावी प्रणाली की लोकतांत्रिक विशेषताओं को कम आंका गया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक HKSAR के शपथ प्रशासक और मुख्य कार्यकारी कैरी लैम के साथ संयुक्त रूप से चीन का राष्ट्रीय गीत गाने के बाद सांसदों ने एचकेएसएआर के मूल कानून का पालन करने और उसके प्रति निष्ठा की शपथ लेने की शुरुआत की थी.
चीन की सरकार की ओर से हांगकांग के लोकतंत्र, स्वतंत्रता और स्वायत्तता का विध्वंस इस साल के यानी सातवीं विधान परिषद चुनावों के साथ एक नए निचले स्तर पर पहुंच गया था. कथित 'देशभक्त' चुनाव सुधार कानून (जिसने सीधे चुनाव लड़ने वाली सीटों की संख्या को कम कर दिया और सरकारी अधिकारियों द्वारा आवश्यक उम्मीदवारों की जांच को अनिवार्य कर दिया गया ) लागू होने के बाद यह पहला चुनाव करवाया गया था. इसके अलावा, सरकार समर्थक उम्मीदवारों ने हांगकांग के केवल देशभक्त चुनावों में विस्तारित विधायिका में प्रवेश किया.
कानून के बदलने के बाद पहला चुनाव
चीन सरकार की कोशिशों से कानून बदले जाने के बाद हांगकांग में पहली बार मतदान कराया गया था. बीजिंग ने सीधे चुने गए विधायकों की संख्या कम कर दी और केवल चीन के वफादार लोगों का ही प्रत्याशी बनना सुनिश्चित किया. इस अर्ध-स्वायत्त क्षेत्र में 2014 और 2019 में लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शन हुए, लेकिन सुरक्षा बलों ने आंदोलन को कुचल दिया था. इसके बाद राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू किया गया. इस विवादित कानून के लागू होने के कारण कई विपक्षी नेताओं ने चुप्पी साध ली और कई विदेश भाग निकलने पर मजबूर हो गए.
चुनाव में दर्ज हुआ रिकॉर्ड कम मतदान
इस बार मतदान के दौरान रिकॉर्ड स्तर पर कम मतदाता वोट डालने निकले थे. हांगकांग फ्री प्रेस के मुताबिक लगभग 1.3 मिलियन लोगों ने अपने वोट डाले थे. इसके चलते 30.2 फीसदी मतदान ही हो पाया. यह ब्रिटिश औपनिवेशिक सत्ता के तहत 1995 के विधायी चुनाव में पिछले चुनाव से 5.6 प्रतिशत कम मतदान के तौर पर आंका गया था. पर्यवेक्षक मानते हैं कि ऐसे चुनाव में जहां लोकतंत्र समर्थक उम्मीदवार मुख्य रूप से गैर हाजिर होते हैं, मतदान वैधता का अकेला उपाय है.
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लगातार तीसरे समाचार संगठन पर ताला
हांगकांग की एक ऑनलाइन समाचार साइट 'सिटीजन न्यूज' ने प्रेस की आजादी की बिगड़ती स्थिति के कारण रविवार को अपना संचालन बंद कर दिया. कुछ दिनों पहले पुलिस ने एक अलग लोकतंत्र समर्थक समाचार संगठन पर छापा मारा और राजद्रोह के आरोप में सात लोगों को गिरफ्तार किया. इसके बाद 'सिटीजन न्यूज' फेसबुक पोस्ट कर इस फैसले के बारे में बताया. चार जनवरी को साइट पर खबरें आनी बंद हो जाएगी. सिटीजन न्यूज तीसरा समाचार संगठन है जो हाल के महीनों में बंद हुआ है. इससे पहले लोकतंत्र समर्थक समाचार 'ऐप्पल डेली' और ऑनलाइन समाचार साइट 'स्टैंड न्यूज' भी बंद हो चुके हैं.
चीन ने साल 2019 में हांगकांग में हुए लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनों के बाद कठोर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू कर दिया है. कुछ दिनों पहले प्राधिकारियों ने स्टैंड न्यूज पर छापा मारा और उसी दिन स्टैंड न्यूज ने ऐलान किया था कि वह अपना संचालन बंद कर देगा.
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