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संघर्ष विराम के तुरंत बाद हमास ने फिर से दागे इज़राइल पर रॉकेट

खबर आ रही है कि इजरायल के तरफ से संघर्ष विराम करने के बावजूद हमास के तरफ से लगातार इजरायल के शहरों को निशाना बनाया जा रहा है. इजरायल के शहरों एवं लोगों के ऊपर रॉकेट से लगातार हमला हो रहा है.

Updated on: 21 May 2021, 04:26 PM

Delhi:

अमेरिका (America) के दबाव के आगे इजरायल (Israel) ने झुकते हुए संघर्ष विराम को तैयार हो गया है.  11 दिनों से गाजा (Gaza) पट्टी में जारी अपने सैन्य अभियान को एकतरफा रूप से रोकने के लिए तैयार हो गया. इजरायली मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) के सुरक्षा मंत्रिमंडल ने गाजा पट्टी में सैन्य अभियान को रोकने के लिए एकतरफा संघर्ष विराम (Cease Fire) को मंजूरी दे दी है. इजरायली मंत्रिमंडल ने संघर्ष विराम की मंजूरी भी दे दी है. हमास (Hamas) के एक अधिकारी ने भी इसकी पुष्टि की है.

परंतु अब खबर आ रही है कि इजरायल के तरफ से संघर्ष विराम करने के बावजूद हमास के तरफ से लगातार इजरायल के शहरों को निशाना बनाया जा रहा है. इजरायल के शहरों एवं लोगों के ऊपर रॉकेट से लगातार हमला हो रहा है. ग्लोबल कम्युनिकेशन के प्रबंध निदेशक के हवाले से खबर आ रही है की इजरायली मंत्रिमंडल के संघर्ष विराम की घोषणा के बाद से ही इजरायल के ऊपर हमला जारी है. इजरायल के शहरों और वहां के लोगों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है.

इससे पहले हमास (Hamas) के एक अधिकारी ने बताया था कि यह सीजफायर स्थानीय समय के अनुसार शुक्रवार तड़के 2 बजे से प्रभावी होगा. उधर, अमेरिका में व्हाइट हाउस के प्रेस सेकेट्री जेन साकी ने इस घटनाक्रम को उत्साहजनक करार दिया था.

गौरतलब है कि हमास खासकर गाजा पर हमलों को रोकने के लिए इजरायल पर चारों तरफ से दबाव था. देश के सबसे घनिष्ठ सहयोगी अमेरिका की ओर से भी हमास पर हमलों पर रोक लगाने की अपील की गई थी. हालांकि तब इजरायल ने अमेरिकी अपील को नकार दिया था और लड़ाई को निर्णायक मोड़ तक ले जाने की बात कही थी. यह अलग बात है कि हमास के सियासी दफ्तर के वरिष्ठ अधिकारी मूसा अबू मरजौक ने एक लेबनानी टीवी से कहा था, 'मुझे लगता है कि संघर्ष विराम को लेकर चल रहे प्रयास सफल होंगे. मुझे उम्मीद है कि आपसी सहमति से एक-दो दिन में संघर्ष विराम के लिए समझौता हो सकता है.' मिस्र के एक सूत्र ने बताया था कि मध्यस्थ देशों की मदद से दोनों पक्षों में संघर्ष विराम को लेकर सहमति बन गई है.