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फाइल फोटो
अमेरिका मे बदली सत्ता का प्रभाव भारत पर भी प्रभाव डालेगा। नए राष्ट्रपति बने डोनाल्ड ट्रंप ने आंतकवाद पर दोहरी पॉलिसी को लेकर सख्त रवैया अपनाने का संकेत दिया है। वहीं भारत के साथ अपने रिश्तों को मजबूत करने की बात की है। लेकिन संभावना है कि एच1 बी वीजा को लेकर मतभेद हो सकते है।
हालांकि शुक्रवार को विश्वनीयता बहाल करने के लिए तैयार की 10 सूत्री योजना में एच1 बी वीजा पर नरमी दिखाई गयी है। लेकिन इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिली। इस वीजा मे बदलाव होने पर सबसे ज्यादा असर भारतीय आईटी पेशेवरों के प्रभावित होने का अंदेशा है।
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वहीं, टॉप अमेरिकन थिंक टैंक हेरिटेज फाउंडेशन में सिक्युरिटी और रीजनल जियोपोलिटिक्स के मसलों को देखने वाली लीसा कर्टिस ने कहा, 'ऐसा लगता है कि ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन भारत-अमेरिका के दो साल में बेहतर हुए रिश्तों को बनाए रखेगा।' हालांकि, एच-1बी वीजा पॉलिसी ऐसा मसला है, जिस पर दोनों देशों के बीच टकराव मुमकिन है।'अभी यह साफ नहीं है कि अमेरिकियों के जॉब बचाने का वादा ट्रम्प के ग्लोबल बिजनेस पर कैसा असर डालेगा।'
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गौरतलब है कि चुनाव प्रचार के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि कंपनियां एच-1बी वीजा वालों को कम सैलरी पर नौकरी दे रही हैं। ऐसे में वे इस वीजा के नियमों में बदलाव करके अमेरिकी लोगों के जॉब बचाएंगे।
Source : News Nation Bureau