इस देश में जाने वाले भारतीयों के लिए सरकार ने जारी की एडवाइजरी, जानें क्या है पूरा मामला?

Kenya Violence: इनदिनों अफ्रीकी देश केन्या विरोध प्रदर्शन और हिंसा देखने को मिल रही है. जिसके चलते भारत सरकार ने वहां रह रहे अपने नागरिकों और केन्या जाने वाले भारतीयों के लिए एडवाइजरी जारी की है.

Kenya Violence: इनदिनों अफ्रीकी देश केन्या विरोध प्रदर्शन और हिंसा देखने को मिल रही है. जिसके चलते भारत सरकार ने वहां रह रहे अपने नागरिकों और केन्या जाने वाले भारतीयों के लिए एडवाइजरी जारी की है.

author-image
Suhel Khan
New Update
Kenya Protest

Kenya Violence( Photo Credit : Social Media)

Kenya Violence: भारत सरकार ने पूर्वी अफ्रीकी देश केन्या में रह रहे भारतीय और वहां की यात्रा करने वाले देश के लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की है. एडवाइजरी में भारत सरकार ने लोगों से अत्यधिक सावधानी बरतने की सलाह दी है. बता दें कि अफ्रीकी देश केन्या में इन दिनों जबरदस्त विरोध प्रदर्शन और हिंसा हो रही है. इस विरोध प्रदर्शन की वजह प्रस्तावित टैक्स बढ़ोतरी है. जिसके विरोध में लोग केन्या की राजधानी नैरोबी की सड़कों पर उतर आए हैं.

Advertisment

लोगों की भीड़ को काबू में करने के लिए पिछले दिनों पुलिस ने आंसू गैस और पानी की बौछारें छोड़ी, इसके बाद हिंसा भड़क गई. एमनेस्टी केन्या समेत कई गैर सरकारी संगठनों ने एक संयुक्त बयान में कहा है कि केन्या में हुई इस कार्रवाई में पांच लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई. साथ ही 31 लोग घायल हुए हैं.

ये भी पढ़ें: स्पीकर बनते ही ओम बिरला का धमाकेदार भाषण, इमरजेंसी पर कांग्रेस को घेरा, बोले- संविधान की भावना को कुचला

मंगलवार से फिर शुरू हुईं झड़पें

बता दें कि पुलिस कार्रवाई के बाद पिछले सप्ताह काफी हद तक प्रदर्शनकारी शांत हो गए थे, लेकिन मंगलवार को एक बार फिर से नैरोबी में झड़पें शुरू हो गईं. इस दौरान लोगों की भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया, बैरिकेड तोड़ दिए और संसद परिसर में जबरन घुस गए. इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने संसद के एक हिस्से में आग लगा दी. आनन-फानन में सांसदों ने संसद को खाली कर दिया. इस दौरान पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की और प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाईं. साथ ही प्रदर्शनकारियों को रबर की गोलियों से तितर-बितर करने की कोशिश भी की.

क्यों शुरू हुई केन्या में हिंसा?

दरअसल, केन्या में ये प्रदर्शन तब शुरू हुआ जब सांसदों ने नए टैक्स की पेशकश करने वाले वित्त विधेयक पर मतदान किया. इन नए टैक्सों में 'इको-लेवी' भी शामिल है. जिसके लागू होने से सैनिटरी पैड और डायपर जैसी वस्तुएं भी महंगी हो जाएंगी. इस बिल का लक्ष्य भारी कर्ज के भार को कम करने की कोशिश के तहत टैक्सों में अतिरिक्त 2.7 बिलियन डॉलर की बढ़ोतरी करना है.

ये भी पढ़ें: केजरीवाल की गिरफ्तारी पर बोलीं सुनीता, 'बंदा जेल से बाहर न आ जाए, पूरा सिस्टम इस में लगा, ये तानाशाही है'

जिसमें ब्याज भुगतान से ही एक साल में 37 प्रतिशत राजस्व पर खर्च होता है. देश में जब इसका विरोध होने लगा तो सरकार ने ब्रेड, खाना पकाने के तेल, कार ऑनरशिप और वित्तीय लेनदेन पर टैक्स लगाने का प्रस्ताव वापस ले लिया. बावजूद इसके प्रदर्शनकारी शांत नहीं हुए हैं और अब भी संसद से इस विधेयक को पारित नहीं करने का दबाव बना रहे हैं.

राष्ट्रपति पर बना रहे पद छोड़ने का दबाव

यही नहीं प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति विलियम रूटों पर भी पद छोड़ने का दबाव बना रहहे हैं. पिछले कुछ दिनों से प्रदर्शन काफी शांतपूर्ण रहा लेकिन मंगलवार को ये एक बार फिर से भड़क गया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने तटीय शहर मोम्बासा, विक्टोरिया झील पर एक बंदरगाह शहर और अन्य शहरों की सड़कों पर मार्च किया. 

ये भी पढ़ें: ICC T20 Rankings: सूर्यकुमार यादव की बादशाहत खत्म, टी 20 का नंबर वन बल्लेबाज बना ये ऑस्ट्रेलियाई

भारत सरकार ने जारी की एडवाइजरी

केन्या में हो रहे विरोध प्रदर्शन के बाद नैरोबी स्थित भारतीय उच्चायोग ने मंगलवार को भारतीय नागरिकों को एडवाइजरी जारी की. जिसमें कहा गया कि अफ्रीकी राष्ट्र में तनावपूर्ण’ स्थिति के मद्देनजर ‘अत्यधिक सावधानी’ बरतने की जरूरत है. भारतीय उच्चायोग ने एक परामर्श में कहा कि, "मौजूदा तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए केन्या में सभी भारतीयों को अत्यधिक सावधानी बरतने, गैर-जरूरी आवाजाही को प्रतिबंधित करने और स्थिति सामान्य होने तक विरोध और हिंसा प्रभावित क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह दी जाती है." जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में केन्या में करीब 20 हजार भारतीय रहते हैं.

Source : News Nation Bureau

world news in hindi Kenya Violence Kenya parliament Kenya President kenya parliament burn Violence in Kenya kenya large Protest
      
Advertisment