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Pakistan: आर्थिक मोर्चे पर पाकिस्तान के लिए खुशखबरी, इंपोर्ट में 14 प्रतिशत बढ़ा

जानकारी के अनुसार दिसंबर महीने में कई महीनों बाद इमोर्ट से ज्यादा एक्सपोर्ट हुआ है. जानकारी के मुताबिक चालू खाते में ये सरप्लस 397 मिलियन डॉलर का है.

Updated on: 17 Jan 2024, 06:28 PM

नई दिल्ली:

Pakistan: आर्थिक तंगी दौर से गुजरा रहा है पाकिस्तान. यहां लोगों के पास खाने के लिए ना ही अनाज है और ना ही आटे. यहां बिजली के दाम आसमान छू रहे हैं. वहीं इसके इसके साथ ही डीजल और पेट्रोल की कीमतें भी आसमान छू रही हैं. दूसरी और कई देशों ने पाकिस्तान को कर्ज देने से मना कर दिया है. इस आर्थिक हालात के बीच  पाकिस्तान लिए एक खुशखबरी सामने आई है. जानकारी के अनुसार पाकिस्तान का चालू खाता सरप्लस दिखाई दे रहा है. ये काफी समय बाद हो रहा है. 

397 मिलियन का सरप्लस

जानकारी के अनुसार दिसंबर महीने में कई महीनों बाद इमोर्ट से ज्यादा एक्सपोर्ट हुआ है. जानकारी के मुताबिक चालू खाते में ये सरप्लस 397 मिलियन डॉलर का है. वहीं नवंबर 2023 में ये 15 मिलियन डॉलर का चालू घाटा था. ये जानकारी पाकिस्तान की राष्ट्रीय बैंक स्टेट बैंक ने बुधवार को दी. कहा जा रहा है कि ये सरप्लस एक्सपोर्ट के बढ़ने और रेमिटेंस के जरिए धन की प्राप्ति के बाद हुई है. वहीं साल 2022 में पाकिस्तान का चालू खाता घाटा 365 मिलियन डॉलर था. 

चालू खाता घाटा में कमी

पाकिस्तानी केंद्रीय बैंक के मुताबिक देश का निर्यात 3.5 बिलियन डॉलर है वहीं इसी समय के लिए पिछले साल ये 3.08 बिलियन था. पाकिस्तान ने इसमें 14 प्रतिशत का इजाफा किया है. जानकारी के अनुसार दिसंबर 2023 में पाकिस्तान को 2.38 बिलियन का रेमिटेंस मिला है. ये रेमिटेंस दिसंबर 2023 में करीब 2.1 बिलियन डॉलर था जो करीब 13 प्रतिशत का इजाफा है. पाकिस्तान के सेंट्रल बैंक की माने तो साल 2023 में कुल आयात 2 प्रतिशत की गिरावट के साथ 4.97 बिलियन पर पहुंच गया है. जो पिछले साल 4.98 बिलियन डॉलर था.  

पाकिस्तानी स्टेट बैंक के मुताबिक जुलाई-दिसंबर(FY24) में कुल चालू घाटा 831 मिलियन डॉलर का है जो पिछले 3.63 बिलियन का था. यानी कुल 77 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है. इसके अलावा पाकिस्तानी बैंक ने जानकारी दी है कि उसे इंटरनेशनल मॉनट्री फंड की ओर से 705 मिलियन डॉलर का कर्ज प्राप्त हुआ है. वहीं पाकिस्तानी रुपया 1 डॉलर के मुकाबले 280 के करीब चल रहा है. 

नहीं होगी मुश्किलें कम

कहा जा रहा है कि सेंट्रल बैंक के पास सरप्लस पैसा होने देश के लिए अच्छा संकेत है. आने वाले कुछ दिन उसे विदेश से समान खरीदने में थोड़ी राहत होगी. लेकिन इससे पाकिस्तान की मुश्किलें कम नहीं होने वाली है. पाकिस्तान वर्तमान समय में चीन से काफी कर्ज ले चुका है. इसके अलावा उस पर आईएमएफ के भी कर्ज का दबाव है. वहीं दूसरी ओर पाकितानी जनता सरकार से मंहगाई में राहत की मांग लंबे समय से कर रही है. अब ये देखना काफी रोचक होगा है कि पाकिस्तान इस पैसे का इस्तेमाल कैसे करता है.